IND VS ENG: नरेंद्र मोदी स्टेडियम की पिच को लेकर उठ रहे सवाल, क्‍या ये खराब थी? जानें ICC के नियम

अहमदाबाद टेस्ट में भारत ने इंग्‍लैंड को 10 विकेट से हरा दिया है, लेकिन हैरानी वाली बात ये कि ये मुकाबला महज 2 दिन में खत्म हो गया । मैच के बाद इसकी पिच पर कई खिलाड़ियों ने सवाल खड़े किये ।

New Delhi, Feb 26: अहमदाबाद टेस्ट में भारत ने इंग्लैंड को 10 विकेट से हरा दिया, हालांकि चर्चा भारत की जीत से ज्यादा इस बात की है कि ये मुकाबला महज दो दिन में खत्म हो गया । इतना ही नहीं खेल के दूसरे दिन 17 विकेट गिरे । इस पूरे मुकाबले में 30 में से 28 विकेट स्पिन गेंदबाजों के ही खाते में गए । मैच खत्म होने के बाद से कई दिग्गज खिलाड़ी इस पिच पर सवाल खड़े कर रहे हैं । युवराज सिंह से लेकर हरभजन सिंह, वीवीएस लक्ष्मण ने इस पिच को खराब बताया है । इसके अलावा पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर और भारतीय कप्तान विराट कोहली ने पिच पर बल्लेबाजों के खराब प्रदर्शन को दोष दिया।

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इंग्‍लैंड के कप्‍तान का बयान
वहीं पराजित टीम इंग्लैंड के कप्तान जो रूट ने कहा कि अहमदाबाद की पिच सही थी या खराब ये तो आईसीसी ही तय करेगी । वो इस बारे में कुछ नहीं कहना चाहेंगे । लेकिन क्‍या आप जानते हैं अगर किसी स्‍टेडियम की पिच खराब हो तो क्‍या हो सकता है, आइए आपको बताते हैं कि आखिर आईसीसी के पिच को लेकर क्या नियम हैं? कैसी पिच को खराब कहा जाता है? वहीं अगर किसी मैदान की पिच खराब हो तो क्या सजा दी जाती है?

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क्‍या होती है खराब पिच?
आईसीसी वेबसाइट के मुताबिक खराब पिच एक ऐसा ट्रैक है जहां गेंद और बल्ले के बीच संतुलित मुकाबला ना हो पा रहा हो । इसे ऐसे कह सकते हैं – ‘अगर पिच बल्लेबाजों के ज्यादा मुफीद हो और गेंदबाजों को जरा भी मदद नहीं मिल रही हो. या फिर पिच में ज्यादा स्पिन या सीम हो और बल्लेबाजों को रन बनाने का मौका ना मिल रहा हो तो उसे खराब पिच कहा जाता है । अगर पिच में स्पिनर्स को बहुत ज्यादा मदद मिल रही हो तो वो भी खराब पिच की श्रेणी में आती है । भारतीय उपमहाद्वीप में पहले दिन कुछ डिग्री तक गेंद घूमना गलत नहीं है लेकिन उसके साथ असमान उछाल नामंजूर है।’

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ये पिचें रहीं खराब
साल 2018 में भारत और साउथ अफ्रीका के बीच खेले गए जोहानिसबर्ग टेस्ट मैच की पिच को खराब श्रेणी में रखा गया था । यहां खेल के तीसरे दिन असमान उछाल के चलते पिच पर सवाल खड़े हुए थे तब खेल को रोकना तक पड़ा था । वहीं साल 2017 में भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच पुणे टेस्ट में इस्तेमाल हुई पिच को भी खराब करार दिया गया था, हालांकि इस पिच पर स्टीव स्मिथ ने शतक भी लगाया था और तेज गेंदबाज उमेश यादव ने चार विकेट भी झटके थे । अब, नरेंद्र मोदी स्टेडियम,अहमदाबाद में हुए टेस्ट की बात की जाए तो यहां तेज गेंदबाजों को 30 में से सिर्फ 2 विकेट मिले, 28 स्पिनर्स ने चटके और 17 विकेट तो एक ही दिन में गिर गए । आईसीसी खराब पिच के लिए मेजबान स्‍थल पर 2 साल का बैन लगा सकती है । पिच की खराबी नापने का पैमाना अंकों में होता है अगर कोई  स्टेडियम पांच डीमेरिट अंक तक पहुंचता है तो आईसीसी उसकी मान्यता 12 महीने यानि एक साल तक बैन करती है, वहीं 10 डीमेरिट अंकों पर 2 साल तक उस स्टेडियम में मैच नहीं हो सकता।