तापसी पन्‍नू और अनुराग कश्‍यप के ठिकानों पर आईटी का सर्च ऑपरेशन अब भी जारी है, बुधवार को देर रात उनसे जुड़ी जानकारी खंगाली गई ।

New Delhi, Mar 04: बॉलीवुड अभिनेत्री तापसी पन्नू, फिल्म डायरेक्टर अनुराग कश्यप समेत फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े कुछ अन्‍य लोगों, कंपनियों पर बुधवार को इनकम टैक्स के छापे पड़े । बुधवार दिन में पुणे से शुरू हुई आयकर विभाग की छापेमारी देर रात तक इनके अलग-अलग ठिकानों पर चलती रही । आयकर विभाग की टीम ने अनुराग कश्यप, तापसी पन्नू से देर रात तक सवाल-जवाब भी किए । बताया जा रहा है कि ये सर्च ऑपरेशन अभी तीन दिनों तक जारी रह सकता है ।

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डिजिटल डॉक्‍यूमेंट भी कलेक्‍ट कर रही टीम
आयकर विभाग के सूत्रों के मुताबिक, अनुराग कश्यप-तापसी पन्नू के ठिकानों पर जो रेड डाली गई है वो तीन दिनों तक चल सकती है, अधिकारियों को कई डिजिटल डॉक्यूमेंट भी इकट्ठे करने हैं । जिस वजह से इसमें वक्त लग रहा है। आयकर विभाग की टीम ने बुधवार को पुणे में छापेमारी की, इसके साथ ही मुंबई में इनसे जुड़े दफ्तरों में भी विभाग ने सर्च ऑपरेशन चलाया ।

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खंगाले जा रहे डॉक्‍यूमेंट्स
छापेमारी के दौरान आयकर विभाग की टीमों ने कई कागजात खंगाले, लैपटॉप समेत अन्य इलेक्ट्रॉनिक आइटम की जांच की गई है । आईटी की टीम को इसी वजह से काफी समय लग रहा है । आयकर विभाग के मुताबिक, अनुराग कश्यप, विकास बहल, विक्रमादित्य मोटवाने, मधु मंटेना ने मिलकर फैंटम नाम की फिल्म कंपनी बनाई थी, लेकिन 2018 में इस कंपनी को बंद कर दिया गया। कंपनी से जुड़े टैक्स के मामले में विभाग को चोरी का शक है । फैंटम फिल्म के अलावा एक्सीड एंटरनेटमेंट, रिलायंस एंटरटेनमेंट पर भी छापेमारी की गई है ।

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राजनीति जारी
वहीं अनुराग कश्यप, तापसी पन्नू पर हुई छापेमारी के बाद राजनीति भी जारी है । कांग्रेस, शिवसेना इसे बदले की कार्रवाई बता रहे हैं । दरअसल अनुराग कश्यप, तापसी पन्नू लगातार मोदी सरकार के खिलाफ अपनी राय देते आए हैं, शाहीन बाग से लेकर किसान आंदोलन का समर्थन भी करते आए हैं । इसी वजह से इसे राजनीति से प्रभावित कार्रवाई माना जा रहा है । आपको बता दें आईटी विभाग दूसरे कई एंटरटेनमेंट कंपनी पर भी कार्रवाई कर रही है । जिनमें एक KRI टैलेंट मैनेजमेंट कंपनी भी है । ये कंपनी तापसी पन्नू के कामकाज को संभालती है । दरअसल, इन सभी के द्वारा जो आयकर रिटर्न्स भरे गए हैं, वो मेल नहीं खाते । इसी वजह से टैक्स नियमों में गड़बड़ी का शक हुआ ।