महिला दिवस पर घोड़े से विधानसभा पहुंची ये विधायक, फौजी ने तोहफे में घोड़ा भेजा!

विधायक के अनुसार वो इस घोड़े का खास ध्यान रखेंगी, उनकी कोशिश होगी, कि घुड़सवारी के लिये झारखंड में एक ढांचा तैयार किया जा सके।

New Delhi, Mar 09 : झारखंड की सबसे युवा विधायक अंबा प्रसाद सोमवार को विधानसभा पहुंची, तो एक अलग ही नजारा देखने को मिला, परिसर में मौजूद लोगों में उनके साथ सेल्फी लेने की होड़ लग गई, दरअसल 30 वर्षीय विधायक घोड़े पर सवार होकर विधानसभा पहुंची थी, उन्हें ये घोड़ा एक रिटायर्ड फौजी ने दिल्ली से गिफ्ट में भिजवाया है, पोलो की शौकीन कही अंबा का कहना है कि उन्हें घुड़सवारी बहुत पसंद है, वो असेंबली तो नहीं लेकिन रोजाना सुबह घोड़े पर सवार होकर सैर के लिये जरुर जाएंगी।

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दिल्ली से भेजा
अंबा प्रसाद ने बताया कि उनहें महिला दिवस पर ये घोड़ा कर्नल रवि राठौड़ ने गिफ्ट किया है, इसे दिल्ली से एनीमल एंबुलेंस के जरिये रांची तक लाया गया, अर्जुन अवॉर्डी कर्नल राठौड़ पोलो के बेहतरीन खिलाड़ी हैं, वो आर्मी की 61 कैवेलरी रेजीमेंट के कमांडेंट थे, कुछ समय पहले इंडियन पोलो एसोसिएशन के सचिव पद से रिटायर हुए हैं, उन्होने भारतीय टीम की ओर से पोलो की वर्ल्ड चैंपियनशिप में 5 बार हिस्सा लिया था, भारत ने धमाकेदार तरीके से 2011 और 11 की विश्व चैंपियनशिप अपने नाम की थी।

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घोड़े का ध्यान रखेगी
विधायक के अनुसार वो इस घोड़े का खास ध्यान रखेंगी, उनकी कोशिश होगी, कि घुड़सवारी के लिये झारखंड में एक ढांचा तैयार किया जा सके, वो चाहती है कि लोग घुड़सवारी को अपनी हॉबी बनाएं, उनका कहना है कि इंडियन पोलो एसोसिएशन ने जो विश्वास उन पर दिखाया है, वो उस पर खरा उतरने की कोशिश करेंगी, अंबा का कहना है कि उन्हें उस वक्त हैरानी भी हुई, जब ये पता चला कि दिल्ली से कर्नल राठौड़ ने उनके लिये घोड़ा भेजा है, इसकी ब्रीड रॉयल है, उनके लिये गर्व की बात है कि महाराजा महेन्द्र प्रताप सिंह खुद इसी ब्रीड के घोड़ों की सवारी करते हैं।

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जीती विधानसभा चुनाव
अंबा प्रसाद ने 2019 में विधानसभा चुनाव जीता है, तब उनकी उम्र सिर्फ 28 साल थी, वो बरकागांव के विधायक रहे निर्मला देवी और योगेन्द्र साव की बेटी है, उनके माता-पिता को बीजेपी सरकार के समय भूमि विस्थापन से जुड़े केस में नामजद किया गया था, आरोप है कि एनटीपीसी प्रोजेक्ट के लिये बरकागांव की जमीन पर जबरन कब्जा किया जा रहा था, ग्रामीणों ने इसका विरोध किया, तो पुलिस ने फायरिंग कर दी, जिसमें 4 लोगों की मौत हो गई थी, तब अंबा दिल्ली में रहकर यूपीएससी परीक्षा की तैयारी कर रही थी, खबर लगते ही वो रांची लौट गई, उन्होने कानून की पढाई की, जिससे अपने माता-पिता की बरी करा सकें।