जीने की तमन्ना लिख लेडी सिंघम ने खुद को मार ली गोली, फिर 4 पन्नों के नोट में खोला सीनियर का राज

महाराष्‍ट्र के अमरावती में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, यहां एक वन अधिकारी ने खुद को गोली मारकर खुदकुशी कर ली है ।

New Delhi, Mar 27: वर्क प्‍लेस में महिलाओं के साथ हैरासमेंट के कई मामले सामने आते रहते हैं, लेकिन इनके प्रति गंभीर एक्‍शन ना लिए जाने के कारण ही शोषण करने वालों को बढ़ावा मिलता रहता है, और पीडि़ता और घुटती रहती है । मजबूरी में या तो वो नौकरी छोड़ देती है या ऐसा कदम उठाने को मजबूर हो जाती है, जैसा कि अमरावती में एक फॉरेस्‍ट रेंजर महिला अधिकारी के साथ हुई । यहां दीपाली चव्‍हाण नाम की अधिकारी ने खुद को गोली मारकर खुदकुशी कर ली है ।

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सुसाइड नोट में लिखा दर्द
महाराष्ट्र के अमरावती से आए इस मामले में महिला रेंज वन अधिकारी ने अपनी मौत की वजह और दर्दभरी दास्तां 4 पन्नों के सुसाइड नोट में लिखकर बताई है। घटना के बाद विभाग और प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है । मामले में विभाग के वरिष्ठ अधिकारी को गिरफ्तार कर लिया गया है । घटना अमरावती के मेलघाट टाइगर रिजर्व की है, यहां दीपाली चव्हाण ने शुक्रवार देर रात खुद को सर्विस रिवाल्वर से शूट कर लिया।

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सीनियर अधिकारी पर आरोप
दीपाली ने सुसाइड नोट में अपने सीनियर अधिकारी DCF  विनोद शिवकुमार पर सेक्सुअल हैरासमेंट और टॉचर्र का आरोप लगाया है । मृत अधिकारी के आरोप के बाद पुलिस ने आरोपी को हिरासत में ले लिया है । पुलिस ने 28 साल की RFO दीपाली चव्हाण का खून से लथपथ शव टाइगर रिजर्व के पास हरिसल गांव में बने उसके सरकारी घर से बरामद किया, उसके पास से ही सर्विस रिवॉल्वर और सुसाइड नोट भी मिला है ।

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पति ट्रैजरी अफसर
दीपाली चव्‍हाण के पति राजेश मोहिते चिखलधारा में एक ट्रेजरी ऑफिसर के रूप में पोस्टेड हैं, जिस वक्त मृतका ने यह कदम उठाया उस दौरान वो ड्यूटी पर थे । वहीं उनकी मां भी अपने रिश्तेदार के यहां सतारा गई हुई थीं, जब  मां ने दीपाली को कई बार फोन किया लेकिन उन्‍होंने फोन नहीं उठाया तो गार्ड को घर भेजकर पता लगाया कि, वो घर पर मृत पड़ी थीं ।

लेडी सिंघम के नाम से थी मशहूर
दीपाली चव्हाण को अपनी निडरता के लिए जाना जाता है, वह एक सख्त और बहादुर अधिकारी मानी जाती थीं । आधी रात के समय भी जंगल की सुरक्षा में निकल जाया करती थीं । उन्‍हें लेडी सिंघम भी कहा जाता है, अपने छोटे से कार्यकाल में दीपाली ने हरिसाल के दो गांवों का कायाकल्प कर उसे पर्यटन के रूप में विकसित कर दिया था। उन्‍हें सम्मानित भी किया गया था । उनके काम का बड़ा अलग ही अंदाज था, जिस वजह से सीनियर अधिकारियों की नजर में वो खटकने लगी थीं ।

उत्‍पीड़न से थी परेशान
पुलिस की शुरूआती जांच में पता चला है कि दीपाली को उसके सीनियर अधिकारी विनोद शिवकुमार परेशान कर रहे थे, उन्‍होंने अपने सुसाइड नोट में लिखा है कि विनोद उनके साथ अभद्र व्यवहार करता था और संबंध बनाने के लिए इशारे करता था । शिवकुमार के बारे में दीपाली ने कई बार अपने वरिष्ठ, MTR फील्ड डायरेक्टर, एम.एस. रेड्डी (RFS) को शिकायत की थी, लेकिन किसी ने कोई कार्रवाई नहीं की । दीपाली ने लिखा कि विनोद सार्वजनिक और निजी तौर पर उन्‍हें सेक्सुअल हैरेसमेंट और टॉचर्र करता था । कई बार वो उसे फटकार भी लगा चुकी थी । वो उनको छुट्टी नहीं देता था, प्रेग्नेंट होने के बावजूद जान बूझकर कच्चे रस्तों पर ले जाता था । इसकी वजह से उनका अबॉर्शन हो गया, उन्‍हें छुट्टी नहीं दी । शिवकुमार उन्‍हें जूनियर्स, गांव वालों, मजदूरों के सामने गालियां दिया करते थे। देर रात मिलने के लिए बुलाते, अश्लील बातें करते थे। दीपाली ने अपने चार पन्नों के सुसाइड नोट में आरोपी का सारा काला चिठ्ठा खोलते हुए उस पर कड़ी कार्रवई की मांग की है ।