घर पर क्‍वारंटीन मरीज इस तरह बेहतर करें अपना Oxygen लेवल,  स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताई तकनीक

कोरोना की दूसरी लहर देश में सांसों पर भारी पड़ रही है, ऐसे में मरीज जो घर पर ही क्‍वारंटीन हैं उनके लिए स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय की ओर से अहम जानकारी दी गई है ।

New Delhi, Apr 24: कोरोना का नया स्‍ट्रेन मरीजों में सांस की गंभीर दिक्‍कत पैदा कर रहा है, यही वजह है कि पिछले साल के मुकाबले इस साल देशभर के अस्पतालों में अचानक ऑक्सीजन की रिक्वायरमेंट बढ़ गई है । वहीं होम क्वारंटीन में अपना इलाज करा रहे लोगों की चिंताएं भी बढ़ गई हैं । ऐसे में स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से एक Exercise सोशल मीडिया पर शेयर की गई है, जिसे करने से ऑक्सीजन संबंधी परेशानी को दूर रखा जा सकता है ।

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प्रोनिंग की दी गई है सलाह
होम आइसोलेशन में अपना इलाज करा रहे कोरोना मरीजों के लिए प्रोनिंग काफी मददगार साबित हो रही है, ये एक तरह की प्रक्रिया होती है, जिस पेट के बल लेटकर पूरा किया जाता है । तस्‍वीर में दिखाया जा रहा है कि इस तरह लेटने से फेफड़ों तक ज्यादा ऑक्सीजन पहुंचती है, और सांस लेने में सुधार होता है ।

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कब और क्‍यों पड़ती है प्रोनिंग की जरूरत
दुनियाभर के डॉक्टर्स इस प्रक्रिया का उस वक्त इस्तेमाल करते हैं जब किसी मरीज को सांस लेने में परेशानी होने लगती है, और उसका ऑक्सीजन लेवल (SpO2) घटकर 94 से कम हो जाता है । प्रक्रिया के लिए गर्दन के नीचे एक तकिया रखें । फिर एक या दो तकिया छाती के नीचे रखें, और दो तकिया पैर के अगले भाग के नीचे रखना होता है । अगर आप खुद से प्रोनिंग कर रहे हैं तो आपको 4-5 तकिये की जरूरत होगी । दिखाई गई मुद्रा में 30 मिनट से ज्यादा नहीं रहना है ।

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खाना खाने के एक घंटे बाद करें प्रोनिंग
स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय की ओर से बताया गया है कि खाना खाने के कम से कम एक घंटे बाद ही यह प्रक्रिया अपनाएं । वो महिलाएं जो प्रेगनेंट हैं, या वो जो कार्डिएक कंडीशन, शरीर में स्पाइनल से जुड़ी कोई समस्या या फ्रैक्चर से गुजर रहे हैं तो इस प्रक्रिया को न अपनाएं । इससे आपको नुकसान हो सकता है । इसके साथ ही होम आइसोलेशन में इलाज करा रहे कोरोना मरीज समय-समय पर अपना ऑक्सीजन लेवल, बुखार, ब्लड प्रेशर, ब्लड शुगर भी चेक करते रहें।