कोरोना से मौत पर रिश्तेदारों ने छोड़ा साथ, पत्नी ने PPE किट पहनकर दी मुखाग्नि
समस्तीपुर की रहने वाली महिला मीना देवी का पति हरिकांत राय कोरोना संक्रमित हो गये थे, इसके बाद उन्हें रोसड़ा अनुमंडल अस्पताल में भर्ती कराया गया।
New Delhi, May 18 : कोरोना महामारी ना सिर्फ लोगों की जान ले रहा है, बल्कि रिश्तेदारों को भी एक-दूसरे से अलग कर दे रहा है, इसका एक जीता जागता उदाहरण बिहार के दरभंगा में देखने को मिला है, यहां एक शख्स की कोरोना से मौत हुई, तो परिजन तथा रिश्तेदार अर्थी को कंधा देने भी नहीं आये, ऐसे में अकेली महिला अपने पति का शव लेकर दरभंगा के श्मशान घाट पहुंची, पीपीई किट पहनकर पति को मुखाग्नि दी, इस काम में जब अपनों ने मुंह फेरा, तो कबीर सेवा संस्था के लोगों ने महिला की दाह संस्कार में मदद किया।
पति की मौत
समस्तीपुर की रहने वाली महिला मीना देवी का पति हरिकांत राय कोरोना संक्रमित हो गये थे, इसके बाद उन्हें रोसड़ा अनुमंडल अस्पताल में भर्ती कराया गया, जब हरिकांत राय की तबीयत ज्यादा खराब हुई, तो रोसड़ा से उन्हें डीएमसीएच दरभंगा अस्पताल भेज दिया गया, दरभंगा के कोरोना वार्ड में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। मृतक की पत्नी ने अपने सभी रिश्तेदारों को इसकी सूचना भी दी, लेकिन सिवाय आश्वासन के कोई मदद के लिये आगे नहीं आया।
घंटों तक इंतजार
अंतिम संस्कार के लिये महिला ने कई घंटों तक परिजनों का इंतजार किया, लेकिन जब कहीं से कोई मदद नहीं मिली, तो अकेले ही अपने पति का अंतिम संस्कार करने की ठानी, इस बीच उसने कबीर सेवा संस्था से संपर्क कर मदद मांगी, करीब मौत के 18 घंटे बाद अपने पति के शव को एंबुलेंस में लाद कर महिला अकेले ही श्मशान घाट पहुंची, जहां कबीर सेवा संस्था के लोगों की मदद से महिला ने पीपीई किट पहनकर अपने पति को ना सिर्फ मुखाग्नि दी, बल्कि विपरीत परिस्थितियों में अपने हिम्मत और हौंसले का अद्भुत परिचय दिया।
परिवार ने छोड़ा साथ
हैरानी की बात ये है कि जब महिला शव को लेकर मुक्तिधाम पहुंची, तो इसके बाद 3-4 रिश्तेदार वहां पहुंचे, लेकिन सभी तमाशबीन बने रहे और दूरी बनाये रखी, कोरोना का भय इस कदर उन पर भावी था, कि मुखाग्नि देने वाली महिला को उनके रिश्तेदार अपनी बाइक या दूसरी सवारी से अपने साथ ले जाने को भी तैयार नहीं हुए, अंत में कबीर सेवा संस्था के लोगों ने जिला प्रशासन से मदद मांगी, फिर महिला को देर रात उनके घर भेजा गया।