कलेक्टर साहब ने दूसरे मरीज के लिये छोड़ा अपना बेड, कोरोना से जीती जंग

जिलाधिकारी ने तत्काल आईसीयू बेड किसी और जरूरतमंद को देने के लिए कहा और स्वयं के लिए सिंगल रूम भी मना कर दिया और सेमी प्राइवेट रूम में एक अन्य कोविड पॉजिटिव मरीज के साथ रूम साझा किया। 

New Delhi, May 19 : गाजियाबाद के डीएम अजय शंकर पांडेय पिछले महीने 24 अप्रैल को कोरोना की चपेट में आ गये थे, पहले घर पर ही उनका इलाज चल रहा था, अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अनुज अग्रवाल ने बताया कि 30 अप्रैल को उन्हें बुखार, सांस लेने में तकलीफ, गला खराब होने की वजह से गाजियाबाद के कौशाम्बी इलाके के यशोदा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पीटल में भर्ती कराया गया था।

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जिलाधिकारी की स्वास्थ्य देखभाल में लगे मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ एन के गुप्ता ने यशोदा हॉस्पिटल कौशाम्बी के प्रबंधन से संपर्क साध कर अजय शंकर पांडेय के भर्ती होने एवं आईसीयू की व्यवस्था करने के लिए निर्देश दिए जिसे हॉस्पिटल ने तत्परता दिखाते हुए तुरंत व्यवस्था कर दी। तत्पश्चात जिलाधिकारी के स्वास्थ्य का यशोदा हॉस्पिटल कौशाम्बी के डॉक्टरों ने निरीक्षण कर पाया कि उन्हें आईसीयू की आवश्यकता नहीं है। जिलाधिकारी ने तत्काल आईसीयू बेड किसी और जरूरतमंद को देने के लिए कहा और स्वयं के लिए सिंगल रूम भी मना कर दिया और सेमी प्राइवेट रूम में एक अन्य कोविड पॉजिटिव मरीज के साथ रूम साझा किया। अजय शंकर पांडेय का इलाज़ यशोदा हॉस्पिटल के रेस्पिरेटरी विभाग की वरिष्ठ डॉक्टरों की टीम ने किया और उन्हें 6 मई 2021 को यशोदा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल से कोविड नेगेटिव होने के साथ ही छुट्टी दे दी गयी। ख़ास बात यह रही कि जिलाधिकारी इस दौरान भी अपने कार्यालयीन कार्यों को फ़ोन, वीडियो कॉलिंग एवं इलेक्ट्रॉनिक माध्यमों से बखूबी निभाते रहे।

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10 हजार से ज्यादा कोरोना मरीजों का इलाज
इन मरीजों में से 4000 से ज्यादा गाजियाबाद के ही मरीज थे। साथ ही आस पास के राज्यों दिल्ली-एनसीआर,  उत्तराखंड, हरियाणा, राजस्थान,  पंजाब, मध्य प्रदेश एवं देश के सुदूर प्रदेशों के कोविड पॉजिटिव मरीजों का भी हॉस्पिटल में इलाज किया गया। यशोदा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, कौशाम्बी में देश के कई गणमान्य लोगों का भी इलाज किया गया जिनमे से पूर्व राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री कल्याण सिंह, सी बी डी टी के चेयरमैन पी सी मोदी, कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव पीएल पुनिया,  उत्तर प्रदेश के राज्य स्वास्थ्य मंत्री अतुल गर्ग, क्रिकेटर सुरेश रैना का भाई दिनेश रैना एवं अन्य लोकसभा सांसद, राज्यसभा सांसद, विधायक आदि भी शामिल हैं।

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जिलाधिकारी के इलाज में यशोदा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल , कौशाम्बी, गाजियाबाद के डायरेक्टर स्ट्रेटेजी एवं कोविड केयर मैनेजमेंट विश्व प्रसिद्ध क्रिटिकल केयर, फेफड़ा एवं श्वांस रोग विशेषज्ञ डॉ आर के मणि ने इलाज में मार्गदर्शन हेतु प्रमुख भूमिका निभाई । उन्होंने देश के बड़े हॉस्पिटल्स में अपनी सेवाएं प्रदान की हैं और 40 वर्षों से मरीजों के उपचार में जी जान से जुटे हैं ।  वहीं यशोदा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, कौशाम्बी, गाजियाबाद के क्रिटिकल केयर एवं पल्मोनोलॉजी विभाग के डॉ के के पांडे , डॉ अर्जुन खन्ना एवं डॉ अंकित सिन्हा ने श्री पांडेय की बीमारी का सक्रिय प्रबंधन एवं इलाज कर उन्हें ठीक किया । उल्लेखनीय है कि कोविड के मरीजों के सम्पूर्ण उपचार एवं निदान हेतु यशोदा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल , कौशाम्बी, गाजियाबाद  में आई० सी० एम०  आर० एवं एन० ए० बी० एल० से मान्यता प्राप्त कोविड टेस्टिंग लैब से लेकर सी टी स्कैन, एम आर आई, एंटी वायरल थिरैपी से इलाज हेतु इंजेक्शंस एवं दवाइयों की निरंतर उपलब्धता एवं पूर्ति, कंवलसेन्ट ऑफ लेबल प्लास्मा थिरैपी, कोविड आई सी यू, कोविड आइसोलेशन वार्ड, कोविड इमरजेंसी एवं होल्डिंग एरिया की उपलब्धता प्रमुख रही।