मुकेश अंबानी -15 करोड़ रुपये है पैकेज, लेकिन इस साल नहीं ली सैलरी, जानिये क्या है वजह
कोरोना वायरस की वजह से जान गंवाने वाले अपने कर्मचारियों के परिवार को वित्तीय सहायता देगी, इसके तहत मृत कर्मचारी के परिवार को अगले 5 साल तक सैलरी उपलब्ध कराई जाएगी, सैलरी का अमाउंट उतना होगा, जितनी कर्मचारी की आखिरी सैलरी थी।
New Delhi, Jun 04 : देश के सबसे दौलतमंद शख्स मुकेश अंबानी का सलाना पैकेज 15 करोड़ रुपये का है, लेकिन खास बात ये है कि उन्होने बीते एक साल में सैलरी के रुप में एक रुपये भी नहीं ली है, इसकी वजह सुनकर आप भी चौंक जाएंगे, रिलायंस इंडस्ट्रीज के अनुसार 31 मार्च को समाप्त हुए फाइनेंशियल ईयर में उन्होने अपनी कंपनी से कोई वेतन नहीं लिया, उन्होने कोरोना महामारी के प्रकोप के चलते व्यापार और अर्थव्यवस्था के प्रभावित होने के कारण स्वेच्छा से अपना पैकेज छोड़ दिया।
रिलायंस की रिपोर्ट में खुलासा
रिलायंस की ताजा वार्षिक रिपोर्ट में कहा गया है कि कारोबारी साल 2020-21 के लिये मुकेश अंबानी का पारिश्रमिक शून्य था, उन्होने पिछले साल कंपनी से 15 करोड़ रुपये वेतन के रुप में हासिल किया था, जो पिछले 15 साल से इसी स्तर पर बना हुआ था।
चचेरे भाईयों और पत्नी को मिले इतने रुपये
अंबानी के चचेरे भाई निखिल और हिताल मेसवानी का पैकेज 24 करोड़ रुपये पर बरकरार रहा, लेकिन इस बार इसमें 17.28 करोड़ रुपये का कमीशन शामिल है। मुकेश बानी की पत्नी नीता, जो कि कंपनी के बोर्ड में गैर कार्यकारी निदेशक हैं, को प्रत्येक मीटिंग के लिये 8 लाख रुपये और 1.65 करोड़ रुपये का कमीशन मिला, इस दौरान सभी स्वतंत्र निदेशकों को 1.65 करोड़ रुपये का कमीशन और 36 लाख रुपये तक बैठक शुल्क मिला।
कर्मचारियों का खास ध्यान
इतना ही नहीं कंपनी ने ऐलान किया है, कि वो कोरोना वायरस की वजह से जान गंवाने वाले अपने कर्मचारियों के परिवार को वित्तीय सहायता देगी, इसके तहत मृत कर्मचारी के परिवार को अगले 5 साल तक सैलरी उपलब्ध कराई जाएगी, सैलरी का अमाउंट उतना होगा, जितनी कर्मचारी की आखिरी सैलरी थी, इसके अलावा रिलायंस ने घोषणा की है, कि वो कोरोनावायरस से मरने वाले कर्मचारी के बच्चों को ग्रेजुएशन तक की पढाई के लिये सपोर्ट करेगी।