लखनऊ से दिल्‍ली तक चल रहा बैठकों का दौर, इन मुख्‍य बिंदुओं पर BJP की नजर, पढ़ें Inside Story

बीजेपी नेतृत्व, उत्‍तर प्रदेश में होने वाले अगले विधानसभा चुनाव को लेकर चिंता में है । खबर है कि राज्‍य का फीडबैक वोट बैंक के नुकसान की संभावना जता रहा है ।

New Delhi, Jun 12: यूपी में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं, जिसे लेकर योगी आदित्यनाथ सरकार तैयारियों में जुटी है । बीजेपी का केन्‍द्रीय नेतृत्‍व भी लगातार बैठकें कर रहा है । मुलाकातें चल रही हैं, रणनीति बनाई जा रही है । दरअसल केन्‍द्रीय नेतृत्‍व राज्‍य में चुनावों को लेकर चिंतित भी है, वो इसलिए क्‍योंकि पिछले कुछ समय में बीजेपी नेतृत्‍व को यूपी सरकार का जो फीडबैक मिला है, उसने उनकी नींद उड़ा दी है । अब ऐसे में सरकार को दोबारा सत्‍ता में लाना है तो दिन रात एक कर सब काम पर जुट गए हैं । पिछले कुछ समय में लखनऊ से लेकर दिल्‍ली तक बैठकों का दौर जारी है ।

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वोट बैंक का नुकसान संभव
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बीजेपी नेतृत्व को जो फ़ीडबैक मिला है उसमें सरकार के लिए कई वर्गों की नाराजगी देखी जा रही है, जिसका असर आने वाले चुनाव में वोट बैंक पर देखा जा सकता है । इसका एक प्रमुख कारण कोरोना की दूसरी लहर में कुप्रबंधन के आरोप भी रहे हैं, विधायकों-सांसदों की नाराजगी भी पार्टी से कम नहीं । सूत्रों के मुताबिक अंदेशा है कि बीजेपी को लगभग 100 सीटों  का नुकसान हो सकता है ।

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इन बिंदुओं पर है नजर
अब ये फीडबैक है ही नींद उड़ाने वाला, इसीलिए बीजेपी नेतृत्व समय रहते इस नुक़सान की भरपाई करना चाहती है । अभी चुनाव में समय है और समय रहते जरूरी कदम उठाने पर यह नुकसान कम हो सकता है । पार्टी, सत्‍त में वापसी के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रही है, और कुछ खास बिंदुओं पर काम कर रही है । पार्टी को मिले फीडबैक के बाद अब नेतृत्व के साथ संगठन, सुशासन, नियोजन, सामाजिक समीकरण, धार्मिक ध्रुवीकरण, गठबंधन और गरीब कल्याण योजनाओं पर काम किया जाना है । बताया जा रहा है, आने वाले चुनावों के लिए पार्टी की पूरी चुनावी रणनीति इन्हीं बिंदुओं के आसपास घूमेगी ।

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क्‍या बदलेगा मुख्‍यमात्री का चेहरा?
हालांकि, बीजेपी यह स्पष्ट कर चुकी है कि राज्य में न तो सरकार में और yogi pm modiन ही संगठन में कोई नेतृत्व परिवर्तन होगा । लेकिन, अगला विधानसभा चुनाव मौजूदा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का चेहरा लेकर ही लड़ा जाएगा या फिर  सामूहिक नेतृत्व में इस बारे में अभी तक कोई फैसला नहीं लिया गया है । बीजेपी, असम और गोवा में सत्ता में रहते हुए बिना चेहरे के सामूहिक नेतृत्व में चुनाव लड़ चुकी है, अगले साल उत्तराखंड में भी ऐसा ही करने का फैसला किया है । ऐसे में यूपी में भी ये किया जा सकता है ।

योगी से नाराज हैं कई
बीजेपी के सबसे चर्चित और दमदार मुख्‍यमंत्री माने जाने वाले योगी bjp up election (1)आदित्‍यनाथ का चेहरा आगे रखने पर पार्टी में अभी असमंजस इसलिए है क्योंकि उनकी कार्यशैली पर पार्टी के एक बड़े तबके में नाराजगी है । इसी वजह से इसे लेकर चर्चा जारी है । बात करें संगठन की तो, बीजेपी के मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह को भी नहीं बदला जाएगा । बीजेपी नेतृत्‍व ने मुख्यमंत्री को विधायकों से संवाद बढ़ाने को भी कहा है, ताकि मतभेद-मनभेद दूर किए जा सकें ।