चाचा पशुपति पारस के घर पहुंचे चिराग पासवान, गेट के बाहर करते रहे इंतजार
लोजपा के पांचों सांसदों ने पशुपति पारस को अपना नेता चुना है, लोकसभा सचिवालय के सूत्रों से जानकारी मिली है, कि उन्हें पशुपति पारस के नेता चुने जाने का लेटर मिला है।
New Delhi, Jun 14 : लोजपा के पांच सांसदों ने चिराग पासवान से किनारा कर लिया है, इसकी खबर आते ही राजनीति में भूचाल आ गया है, पांच सांसदों के अलग होने की वजह कई बताई जा रही है, ये सभी चिराग के कार्यशैली से खुश नहीं थे, कई तरह की खबरों के बाद चिराग अपने चाचा पशुपति पारस से मिलने के लिये सोमवार को दिल्ली स्थित उनके आवास पर पहुंचे।
घर पर मौजूद नहीं थे चाचा
हालांकि घर के बाहर पहुंचने के बाद करीब बीस मिनट तक गेट नहीं खोला गया, ऐसे में चिराग को घर के बाहर ही खड़ा रहना पड़ा। 20 मिनट बाद गेट खुला, तो फिर गाड़ी अंदर घुसी, लेकिन कहा जा रहा है कि जिस समय चिराग पासवान अपने चाचा से मिलने उनके आवास पर पहुंचे, तब पशुपति पारस घर पर नहीं थे।
पांचों सांसद का बगावत
लोजपा के पांचों सांसदों ने पशुपति पारस को अपना नेता चुना है, लोकसभा सचिवालय के सूत्रों से जानकारी मिली है, कि उन्हें पशुपति पारस के नेता चुने जाने का लेटर मिला है, फिलहाल चिराग पासवान लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं, सभी कानूनी पहलुओं की जांच के बाद लोकसभा सचिवालय किसी निर्णय पर पहुंचेगा।
काम-काज से खुश नहीं थे सांसद
जिन पांच सांसदों ने चिराग पासवान से दूरी बनाई है, उनमें नवादा से चंदन कुमार, समस्तीपुर से प्रिंस पासवान, खगड़िया से महबूब अली कैसर और वैशाली से वीणा देवी शामिल है, कहा जा रहा है कि ये सभी चिराग के कामकाज से खुश नहीं थे, पार्टी को अपने तरीके से चलाने से नाराज थे। आपको बता दें कि बिहार विधानसभा चुनावों के दौरान रामविलास पासवान के निधन के बाद से चिराग खुद पार्टी का नेतृत्व कर रहे थे, हालांकि विधानसभा चुनाव में एनडीए गठबंधन से अलग चुनाव लड़ने का फैसला लेने के बाद लोजपा की बुरी हार हुई, उसके बाद हाशिये पर चल रही लोजपा की राजनीति और बिहार की राजनीति में ये बड़ा भूचाल ला सकती है।