कौन है सुल्तान अंसारी, जिसने 10 मिनट में राम मंदिर ट्रस्ट से कमा लिये साढे 16 करोड़, सपा कनेक्शन

सुल्तान अंसारी चुनाव में भी अपनी किस्मत आजमा चुके हैं, 2017 अयोध्या नगर निगम चुनाव में कटरा विभीषण कुंड वार्ड से सपा प्रत्याशी के तौर पर सुल्तान चुनाव लड़े थे।

New Delhi, Jun 15 : अयोध्या में राम मंदिर ट्रस्ट के लिये खरीदी गई जमीन मामले में करप्शन के आरोप लगे हैं, 2 करोड़ रुपये में खरीदी गई जमीन को सिर्फ कुछ ही मिनटों बाद 18.5 करोड़ रुपये में ट्रस्ट ने खरीदी है, जिसे लेकर समाजवादा पार्टी, आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने मोर्चा खोल दिया है, अयोध्या में 2 करोड़ की जमीन पर साढे 16 करोड़ का मुनाफा कमाने वाले शख्स का नाम सुल्तान अंसारी और रवि मोहन तिवारी है, ऐसे में सवाल उठता है कि कौन है सुल्तान अंसारी जिनसे राम मंदिर ट्रस्ट ने जमीन खरीदी है।

Advertisement

प्रॉपर्टी डीलर
सुल्तान अंसारी का नाम अयोध्या के बड़े प्रॉपर्टी डीलरों में आता है, जबकि रवि मोहन तिवारी उनके पार्टनर हैं, सुल्तान के पिता का नाम नन्हें मियां अंसारी है, जो अयोध्या के असर्फी भवन चौराहा के पास कटरा मोहल्ला सुतौठी के रहने वाले हैं, सुल्तान के पिता नन्हें मियां अयोध्या के पुराने प्रॉपर्टी डीलरों में से एक हैं, जिन्होने साल 2000 में जमीन, खरीदने और बेचने का काम शुरु किया, इसी काम में सुल्तान अंसारी भी लग गये, और पिता का हाथ बंटाने लगे।

Advertisement

चुनाव भी लड़ चुके हैं
सुल्तान अंसारी चुनाव में भी अपनी किस्मत आजमा चुके हैं, 2017 अयोध्या नगर निगम चुनाव में कटरा विभीषण कुंड वार्ड से सपा प्रत्याशी के तौर पर सुल्तान चुनाव लड़े थे, जिन्हें बीजेपी उम्मीदवार चमेली देवी ने हराया था, इतना ही नहीं सुल्तान अंसारी सपा के संगठन से भी जुड़े रहे हैं, वो अयोध्या सपा लोहिया वाहिनी के महानगर अध्यक्ष रह चुके हैं, राम मंदिर ट्रस्ट के लिये खरीदी गई जमीन को लेकर चर्चा के केन्द्र में हैं।

Advertisement

जानिये पूरा मामला
अयोध्या में गाटा संख्या 243, 244 और 246 की जमीन जिसकी मालियत 5.80 करोड़ रुपये है, उसे 2 करोड़ रुपये में कुसुम पाठक और हरीश पाठक से सुल्तान अंसारी और रवि मोहन तिवारी ने 18 मार्च को खरीदा, इस जमीन खरीद में दो गवाह बने, एक अनिल मिश्र जो राम जन्मभूमि न्यास ट्रस्ट के सदस्य हैं, और दूसरे ऋषिकेश उपाध्याय जो अयोध्या के मेयर हैं। इसी जमीन को उसी दिन 10 मिनट बाद राम जन्मभूमि ट्रस्ट ने साढे 18 करोड़ रुपये में खरीद ली, इसके लिये 17 करोड़ रुपये का आरटीजीएस सुल्तान अंसारी के खाते में कर दिया गया, इस तरह से सुल्तान अंसारी ने सिर्फ 10 मिनट में साढे 16 करोड़ का मुनाफा कमाया। जबकि सुल्तान ने ये जमीन 2011 में कुसुम पाठक और हरीश पाठक से दो करोड़ में रजिस्ट्री कराई थी, लेकिन बैनामा अब 18 मार्च 2021 को कराया था, वहीं अब उन्होने इस जमीन को 10 मिनट के बाद राम मंदिर ट्रस्ट के नाम साढे 18 करोड़ में रजिस्ट्री कर दी, यही वजह है कि सपा से लेकर आम आदमी पार्टी और कांग्रेस तक राम मंदिर ट्रस्ट को घेरने में जुटे हैं।

आरोप बेबुनियाद
वहीं राम जन्मभूमि ट्रस्ट के सचिव चंपत राय ने इन आरोपों को बेबुनियाद और राजनीति से प्रेरित बताया है, चंपत ने बयान जारी कर कहा कि श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने जितनी जमीन खरीदी है, उसे बाजार कीमत से बहुत कम मूल्य पर खरीदा है। उस जमीन को उन्होने 18 मार्च 2021 को बैनामा कराया, उसके बाद ट्रस्ट के साथ अनुबंध किया गया, ऐसे में किसी तरह का कोई करप्शन नहीं किया गया है।