शादी से पहले प्रेगनेंट हुईं ये एक्ट्रेस, जानें क्यों ये स्थिति है मुसीबतों को न्योता
शादी से पहले प्रेग्नेंट होकर कई एक्ट्रेसेज ने समाज में बोल्ड एग्जाम्पल सेट किए, लेकिन एक आम औरत के लिए ऐसा करना मुश्किलों को न्यौता देने से कम नहीं ।
New Delhi, Jul 10: शादी से पहले गर्भवती होना हमारे समाज में आज भी एक टैबू है । पश्चिमी देशों में जहां शादी से पहले बच्चे का चलन आम हो गया है वहीं भारत में ऐसा होना अब भी एक लड़की के लिए मुसीबतों को न्यौता ही माना जाता है । बॉलीवुड में कई ऐसी एक्ट्रेसेज रही हैं जो शादी से पहले ही गर्भवती हो गईं थीं, कई ने सिंगल मदर रहकर जीने का फैसला किया तो कई गर्भधारण के बाद शादी करके सेटल हो गईं । लेकिन ऐसे बोल्ड डिसीजन मुश्किल भरे होते हैं ।
शादी से पहले प्रेगनेंट हुईं ये एक्ट्रेसेस
शादी से पहले गर्भवती होने वाली अदाकाराओं में कई दिग्गज नाम शामिल हैं, जैसे श्रीदेवी का, जो शादीशुदा बोनी कपूर के प्यार में सब कुछ भूल गईं । वहीं नीना गुप्ता ने भी शादीशुदा क्रिकेटर विवियन रिचर्ड्स के साथ रिश्ता बनाया, लेकिन जब वो गर्भवती हुईं तो उन्हें सब कुछ अकेले ही करना पड़ा । विवियन अपने देश लौट गए । इसके अलावा, नेहा धूपिया, कल्कि और सारिका भी उन एक्ट्रेसेज में से एक हैं, जो शादी से पहले गर्भवती हुईं । सारिका ने तो दो बेटियां होने के बाद कमल हासन से शादी की थी ।
नीना गुप्ता ने दी सीख
पिछले कुछ सालों में नीना गुप्ता ने कई मौकों पर युवतियों को शादीशुदा मर्दों से प्यार और शादी से पहले मां बनने पर अपने अनुभव शेयर किए हैं । वो कई बार कुंवारी लड़कियों को हिदायत देती आई हैं कि लड़कियां ऐसा ना करें, भारतीय समाज में ये अच्छा नहीं माना जाता और ना ही ऐसा करना लड़की को ही मानसिक तौर पर स्वस्थ बनाता है । एक्ट्रेऐस ने बताया कि कैसे जब उन्होंने अबॉर्शन की जगह बच्चे को जन्म देने का फैसला किया था तो लोगों ने उन्हें जज किया और काम मिलने में भी मुश्किल हुई ।
गर्भपात का दबाव
जहां तक फिल्मी अदाकारोओं की बात है तो शादी से पहले गर्भधारण का फैसला उनका अपना रहा, उनके मेल पार्टनर्स ने भी उनका साथ दिया । लेकिन असल जीवन में ऐसा नहीं होता । ज्यादातर लड़के इस स्थिति में भाग जाते हैं, या डर जाते हैं । समाज के डर से या फिर बच्चा नहीं चाहने के कारण ज्यादातर मामलों में मेल पार्टनर लड़की पर अबॉर्शन करवाने का दबाव डालता है। जब लड़की ऐसा करने से इनकार करती है तो वो अकेले छोड़ने से भी गुरेज नहीं करते ।
सिंगल मदर बनने का फैसला भी आसान नहीं
इतने पर भी युवती अगर बच्चा पैदा करने को तैयार होती है, सिंगल मदर बनती है, बच्चे की परवरिश भी अकेले करने को तैयार रहती है तो भी हर काम में पिता के नाम की जरूरत उसके लिए मुश्किल खड़ी कर सकता है । उन मामलों में जब साथ साथ छोड़ चुका हो, बच्चे को नाम देने को भी तैयार ना हो तो हालात मुश्किल भरे हो जाते हैं । भारतीय समाज आज भी बिना शादी के कुंवारी मां बनने वाली लड़कियों को स्वीकार करने वाली मानसिकता से परे है, ऐसे में इन लड़कियों को चरित्र प्रमाणपत्र देने से भी लोग बाज नहीं आते हैं । ये सभी बातें इमोशनली और मेंटली दोनों रूप से परेशान करने वाली होती हैं ।