किसान का बेटा, आर्मी में अफसर, जानें कौन हैं नीरज चोपड़ा जिन्होंने रचा ओलंपिक में इतिहास
टोक्यो ओलंपिक में जैवलिन थ्रो के क्वालिफिकेशन राउंड में भारत के नीरज चोपड़ा पहले नंबर पर रहे हैं, उन्होंने पहली ही कोशिश में सीधे फाइनल में प्रवेश कर लिया है ।
New Delhi, Aug 04: टोक्यो ओलंपिक 2020 में बुधवार की सुबह खुशखबरी लेकर आई । 23 साल के नीरज चोपड़ा ने पहले ही प्रयास में जैवलिन थ्रो कर फाइनल में प्रवेश कर लिया । नीरज, भाला फेंक के क्वालिफिकेशन राउंड में पहले नंबर पर रहे हैं । चोपड़ा ने पहले ही प्रयास में 86.65 मीटर का थ्रो किया । नीरज अब 7 अगस्त को फाइनल के लिए खेलेंगे । नीरज को टोक्यो ओलंपिक में शुरुआत से ही मेडल का दावेदार बताया जा रहा था, और अब फाइनल में पहुंचकर उन्होंने भारत के लिए मेडल की उम्मीद भी जगा दी है ।
इतिहास रचा
नीरज चोपड़ा ने फाइनल में पहुंच कर इतिहास रच दिया है । वो पहले ऐसे खिलाड़ी हैं जो सीधे फाइनल में प्रवेश कर चुके हैं । नीरज ने 2017 के वर्ल्ड चैम्पियन जोहानेस वेटर को भी पछाड़ दिया, जर्मनी के खिलाड़ी जोहानेस वेटर नीरज के बाद दूसरे नंबर पर रहे हैं । खेल से पहले ही जोहानेस कह चुके थे कि इस बार ओलंपिक में नीरज को हराना मुश्किल होगा।
हरियाणा से हैं नीरज चोपड़ा
नीरज चोपड़ा हरियाणा के पानीपत जिले से हैं, उनके पिता खंद्राद्रा गांव में एक किसान हैं । 24 दिसंबर 1997 को जन्मे नीरज ने अपनी पढ़ाई चंडीगढ़ से की है । उनकी खेलों में रुचिा रही और 2016 में वो तब चर्चा में आए जब उन्होंने पोलैंड में हुए IAAF वर्ल्ड U-20 चैम्पियनशिप में 86.48 मीटर दूर भाला फेंककर गोल्ड जीता था । इस जीत का ईनाम उन्हें आर्मी में जूनियर कमिशन्ड ऑफिसर के तौर पर नियुक्ति के तौर पर मिला । तब वो महज 19 साल के थे । आर्मी से जॉब मिलने के बाद नीरज ने कहा था कि वो इससे बहुत खुश हैं, अब वो अपनी ट्रेनिंग जारी रखने के साथ-साथ अपने परिवार की आर्थिक मदद भी कर पाएंगे ।
तोड़ा था अपना ही नेशनल रिकॉर्ड
साल 2018 में इंडोनेशिया के जकार्ता में हुए एशियन गेम्स में नीरज चोपड़ा ने 88.06 मीटर का थ्रो कर गोल्ड मेडल जीता था, नीरज ऐसे पहले भारतीय हैं जिन्होंने एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल जीता है । एशियन गेम्स के इतिहास में जैवलिन थ्रो में अब तक भारत को सिर्फ दो ही मेडल ही मिले हैं, उनसे पहले 1982 में गुरतेज सिंह ने ब्रॉन्ज मेडल जीता था । लेकिन इसके बाद वो कंधे की चोट का शिकार हो गए, 2019 में कई ईवेंट रद्द करने पड़े । लेकिन इस साल मार्च में उन्होंने वापसी की । इंडियन ग्रांड प्रिक्स में नीरज ने 88.07 मीटर का थ्रो कर अपना ही नेशनल रिकॉर्ड तोड़ दिया था।
मेडल के दावेदार
खेल एक्सपर्ट्स के मुताबिक 23 साल के नीरज से गोल्ड की बहुत उम्मीदें हैं, नीरज अंजू बॉबी जॉर्ज के बाद किसी वर्ल्ड लेवल एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में गोल्ड जीतने वाले दूसरे भारतीय हैं । वो IAAF वर्ल्ड U-20 में गोल्ड जीत चुके हैं, साल 2016 में उन्होंने साउथ एशियन गेम्स में 82.23 मीटर का थ्रो कर गोल्ड जीता था । इसके बाद 2017 में उन्होंने 85.23 मीटर का थ्रो कर एशियन एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में भी गोल्ड मेडल जीता था । नीरज चोपड़ा ने पिछले साल साउथ अफ्रीका में हुई सेंट्रल नॉर्थ ईस्ट मीटिंग एथलेटिक्स चैंपियनशिप में 87.86 मीटर का थ्रो कर ओलंपिक के लिए क्वालिफाई किया था । पिछले आंकडों को देखें तो 2016 के रियो ओलंपिक में त्रिनिदाद एंड टोबैगो के केशोरन वाल्कॉट ने 85.38 मीटर जैवलिन थ्रो के साथ ब्रॉन्ज जीता था, ऐसे में नीरज चोपड़ा अगर अपने प्रेजेंट बेस्ट थ्रो यानी 88.07 मीटर को ही दोहरा दें तो उनका मेडल पक्का है ।
What a brilliant start from Neeraj Chopra in #JavelinThrow . Announces his arrival in grand style. Qualifies for the final in his first throw finishing top in his group. Absolutely brilliant . pic.twitter.com/BX7oRFuUng
— Virender Sehwag (@virendersehwag) August 4, 2021