टूटा मेडल का सपना, तो खुद पर काबू नहीं रख सकी बहादुर बेटियां, मैदान पर ही रो पड़ी

टोक्यो ओलंपिक के सेमीफाइनल में पहुंचने के लिये इसी टीम ने ऑस्ट्रेलिया जैसी मजबूत टीम को हराया था, इसके बाद अर्जेंटीना के खिलाफ 1-2 से हार का सामना करना पड़ा।

New Delhi, Aug 06 : भारतीय महिला हॉकी टीम का सफर टोक्यो ओलंपिक में खत्म हो गया है, ब्रांच मेडल के मैच में टीम को ग्रेट ब्रिटेन के हाथों 3-4 से हार झेलनी पड़ी, भारतीय महिला टीम ने इस मुकाबले में शानदार प्रदर्शन किया, 0-2 से पिछड़ने के बावजूद जबरदस्त वापसी करते हुए एक समय स्कोर 3-2 कर दिया, करोड़ों भारतीय फैंस को टीम से मेडल की उम्मी थी, लेकिन चौथे नंबर पर रहने के बावजूद पूरा देश इन लड़कियों को सलाम कर रहा है।

Advertisement

ऑस्ट्रेलिया को हराया
टोक्यो ओलंपिक के सेमीफाइनल में पहुंचने के लिये इसी टीम ने ऑस्ट्रेलिया जैसी मजबूत टीम को हराया था, इसके बाद अर्जेंटीना के खिलाफ 1-2 से हार का सामना करना पड़ा, ब्रांज मेडल मैच में टीम को ग्रेट ब्रिटेन के हाथों हार का सामना करना पड़ा, इसके बाद भारतीय महिला खिलाड़ी मैदान पर ही रोने लगी, गोलकीपर सविता जो पूरे टूर्नामेंट में गोलपोस्ट के आगे दीवार की तरह डटी रही, वो भी हार पर अपनी आंसूओं को नहीं रोक सकी।

Advertisement

सबकुछ दांव पर
भारत ने इस मैच को जीतने के लिये सबकुछ दांव पर लगा दिया था, आखिरी क्वार्टर में ब्रिटेन को पेनल्टी कॉर्नर देना और उसका बचाव नहीं कर पाना टीम को सबसे ज्यादा भारी पड़ा, यहीं पर ब्रिटेन को 4-3 से बढत मिल गई, जो बाद में निर्णायक स्कोर साबित हुआ, ये तस्वीरें दिल तोड़ने वाली है, लेकिन इन लड़कियों ने टोक्यो में मिसाल कायम कर दी, इन्होने साबित कर दिया कि महिला हॉकी पर बनी फिल्म चक दे इंडिया को सच किया जा सकता है।

Advertisement

बेटियों को सलाम
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी समेत पूरा देश इन बेटियों को सलाम कर रहा है, ये भी किसी जीत से कम नहीं है, इन लड़कियों ने साबित कर दिया, कि इस बार हम मेडल से चूक गये, तो क्या अगली बार जरुर मेडल लाएंगे।

Tags :