टीम इंडिया को विश्वकप जिताने वाला खिलाड़ी कर रहा 250 रुपये में मजदूरी, लगाई मदद की गहार
29 वर्षीय नरेश तुमडा पिछले साल लॉकडाउन में गुजारा के लिये सब्जी बेच रहे थे, इससे परिवार का खर्च नहीं चला, तो उन्होने मजदूरी का काम करना शुरु कर दिया।
New Delhi, Aug 09 : आपको ध्यान होगा, 2018 में भारतीय टीम ने ब्लाइंड क्रिकेट विश्वकप जीतकर इतिहास रच दिया था, ये जीत बेहद खास थी, टीम इंडिया ने फाइनल में पाकिस्तान को हराया था, इस जीत के बाद भारतीय खिलाड़ियों ने खूब वाहवाही लूटी थी, राष्ट्रपति से लेकर प्रधानमंत्री तक हर किसी ने खिलाड़ियों को शाबाशी दी थी, लेकिन इस बड़ी उपलब्धि के तीन साल बाद आज इस टीम का एक सदस्य पाई-पाई के लिये मोहताज है, ये हैं गुजरात के नरेश तुमडा, जिन्हें अपने परिवार चलाने के लिये मजदूरी करनी पड़ रही है।
दिहाड़ी मजदूरी
न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए नरेश तुमडा ने कहा कि सरकार से बार-बार मदद की गुहार के बाद भी अभी तक कुछ नहीं हुआ है, उन्होने बताया कि मैं एक दिन में सिर्फ 250 रुपये कमाता हूं, मैंने गुजरात के सीएम से मदद के लिये तीन बार गुहार लगाई, लेकिन अब तक उनका कोई जवाब नहीं आया है, मैं सरकार से अनुरोध करता हूं कि मुझे कोई नौकरी दे, जिससे मैं अपना परिवार चला सकूं।
परिवार चलाना मुश्किल
29 वर्षीय नरेश तुमडा पिछले साल लॉकडाउन में गुजारा के लिये सब्जी बेच रहे थे, इससे परिवार का खर्च नहीं चला, तो उन्होने मजदूरी का काम करना शुरु कर दिया, इन दिनों वो ईंट उठाकर परिवार का गुजारा करते हैं, उन्होने कहा मेरे माता-पिता बूढे हैं, मेरे पिता नौकरी के लिये जाने में असमर्थ हैं, यानी मैं परिवार का एकमात्र कमाने वाला हूं, पिछले साल जमालपुर मार्केट में सब्जियां बेचता था, लेकिन उससे ज्यादा कमाई नहीं हुई।
नरेश तुमडा का कमाल
नरेश तुमडा बेहद प्रतिभाशाली क्रिकेटर रहे हैं, सिर्फ 5 साल की उम्र में उन्होने क्रिकेट खेलना शुरु किया था, मुश्किलों की परवाह किये बिना उन्होने बारहवीं तक की पढाई की, 5 साल की उम्र में ही उनकी आंखों की रोशनी चली गई थी, 2014 में उनका चयन गुजरात टीम में हुआ, फिर उन्हें भारतीय टीम में खेलने का मौका मिला, विश्वकप के फाइनल में भारत ने पाक के 308 रनों के लक्ष्य को 8 विकेट खोकर पूरा कर लिया था।