टीम इंडिया का साथ छोड़ेंगे रवि शास्त्री, टी-20 विश्वकप के बाद टीम इंडिया में बड़ा बदलाव

बीसीसीआई अब नया ग्रुप चाहता है, शास्त्री ने पहली बार 2014 से 2016 में टी-20 विश्वकप तक निदेशक के रुप में टीम की कमान संभाली थी, जिसके बाद अनिल कुंबले एक साल के लिये नियुक्त हुए थे।

New Delhi, Aug 11 : टी-20 विश्वकप के बाद भारतीय क्रिकेट में बड़ा बदलाव हो सकता है, यूएई में अक्टूबर-नवंबर में होने वाले विश्वकप के बाद मुख्य कोच रवि शास्त्री, गेंदबाजी कोच भरत अरुण, फील्डिंग कोच आर श्रीधर, बल्लेबाजी कोचत विक्रम राठौर के रास्ते टीम इंडिया से अलग हो सकते हैं, शास्त्री ने बीसीसीआई के कुछ सदस्यों को सूचित कर दिया है, कि वो टूर्नामेंट के बाद भारतीय टीम से अलग होने की योजना बना रहे हैं, रवि शास्त्री का अनुबंध इसी साल नवंबर में खत्म हो रहा है, इस बीच कुछ अन्य सहयोगी स्टाफ पहले से ही आईपीएल टीमों के साथ बातचीत कर रहे हैं।

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नया ग्रुप
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक बीसीसीआई अब नया ग्रुप चाहता है, शास्त्री ने पहली बार 2014 से 2016 में टी-20 विश्वकप तक निदेशक के रुप में टीम की कमान संभाली थी, ravi shastri जिसके बाद अनिल कुंबले एक साल के लिये नियुक्त हुए थे, फिर 2017 में कुंबले को हटने के बाद रवि शास्त्री को भारतीय टीम का पूर्णकालिक कोच बनाया गया था।

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आईसीसी ट्रॉफी नहीं जीत पाई
भरत अरुण ने भारत की गेंदबाजों की दुनिया में सबसे अधिक खतरनाक बनाने में बड़ी भूमिका निभाई, आर श्रीधर ने भारतीय खिलाड़ियों को सबसे चुस्त फील्डर बनाया, Rohit shastri हालांकि रवि शास्त्री की अगुवाई में भारतीय टीम 2019 में आईसीसी विश्वकप सेमीफाइनल तथा विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में हार गई, अभी तक शास्त्री के नेतृत्व में भारतीय टीम आईसीसी ट्रॉफी अपने नाम नहीं कर सकी है, दूसरी ओर शास्त्री के कार्यकाल में भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया को उसी की सरजमीं पर दो बार टेस्ट सीरीज में मात देने में सफल रही है, इसके अलावा दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड में बेहतरीन प्रदर्शन किया है।

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बेंच स्ट्रेंथ पर काम
इसके अलावा घर पर टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अजेय रही, पिछले 4 सालों में भारत की बेंच स्ट्रेंथ भी कई गुना बढ गई है, ऑस्ट्रेलिया दौरे पर 2-1 से मिली ऐतिहासिक जीत में भारतीय बेंच स्ट्रेंथ अपना कमाल दिखा चुकी है, एक टीम के लिये उसके कोच और कप्तान के बीच सही तालमेल होना बहुत जरुरी होता है, विराट और शास्त्री की जोड़ी में ये खूबी दिखी है।