प्रशांत किशोर का असल में क्या है प्लान?, अब संजय राउत ने भी चलाया अभियान
प्रशांत किशोर का प्लान अगले साल विधानसभा चुनाव नहीं बल्कि अगले साल ही होने वाले राष्ट्रपति चुनाव है, इसके लिये वो शरद पवार के साथ आगे आना चाहते हैं।
New Delhi, Aug 15 : प्रशांत किशोर के कांग्रेस में शामिल होने की अटकलें अभी शांत नहीं हुई है, जहां कांग्रेस पार्टी पीके को शामिल होने के नफा-नुकसान का आकलन कर रही है, तो वहीं पीके ने पंजाब में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह के सलाहकार के पद से इस्तीफा दे दिया है, बताया जा रहा है कि पीके विपक्ष को एकजुट करने में किंगपिन की भूमिका की कल्पना कर रहे हैं।
राष्ट्रपति चुनाव टारगेट
राजनीतिक विश्लेषक कहते हैं कि पीके का प्लान अगले साल विधानसभा चुनाव नहीं बल्कि अगले साल ही होने वाले राष्ट्रपति चुनाव है, इसके लिये वो शरद पवार के साथ आगे आना चाहते हैं, पीके पिछले कुछ हफ्तों में शरद पवार से कई बार मुलाकात भी कर चुके हैं, इन मुलाकातों के बाद पवार के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बनने की खबरों ने तेजी पक़ड़ी, हालांकि एनसीपी ने इन्हें खारिज किया है।
संजय राउत की चाय पार्टी
इसी कड़ी में शिवसेना सांसद संजय राउत ने पिछले दिनों एक चाय पार्टी का आयोजन किया, जिसमें कुछ दलों के युवा सांसदों को आमंत्रित किया गया था, इस पार्टी में शरद पवार को राष्ट्रपति उम्मीदवार बनाने का प्रस्ताव रखा गया, लेकिन वहां मौजूद बीजेपी सांसदों ने इसे सही मंच नहीं मानते हुए इस पर राय देने से मना कर दिया, एनसीपी सांसद तथा शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले, इस प्रस्ताव से सहमत नजर आई, सियासत की इस लाइन को समझें, तो शिवसेना पीके के इस मिशन में अपनी सहमति जता रही है।
कांग्रेस में अंतकर्लह
पीके को कांग्रेस में शामिल होने की अटकलों के बीच पार्टी में अंतर्कलह का दौर जारी है, एक प्रदेश का मामला शांत होता है, तो दूसरे राज्य से कांग्रेस नेताओं के मनमुटाव की खबरें आने लगती है, ऐसे में प्रियंका गांधी वाड्रा दिवंगत कांगेस नेता अहमद पटेल की भूमिका में दिखाई दे रही हैं, पिछले दिनों वो विदेश यात्रा पर अपनी बेटी के साथ रवाना हुई, इस यात्रा से पहले उन्होने तीन अलग अलग राज्यों में कांग्रेस नेताओं के साथ मुलाकात की, जिसमें राजस्थान से सचिन पायलट, तमिलनाडु से कार्ति चिदंबरम और हरियाणा से दीपेन्दर हुड्डा शामिल थे।