कैश से भरी 4 कारों और हेलिकॉप्टर लेकर देश छोड़ भागे थे राष्ट्रपति अशरफ गनी, जानें कहां हैं अब

तालिबान के डर से अफगानिस्तान छोड़कर भागे राष्ट्रपति अशरफ गनी को लेकर बड़ी खबर आ रही है । गनी देश से मोटा पैसा लेकर भागे हैं, और अब इस देश में जाने की तैयारी कर रहे हैं ।

New Delhi, Aug 17: अफगानी राष्‍ट्रपति अशरफ गनी देश को मुश्किलों में छोड़कर भागते बने है । गनी को लेकर खबर आ रही है कि वो कैश से भरी चार कारों और एक हेलिकॉप्टर के साथ काबुल से बाहर निकले थे। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की ओर से एक रिपोर्ट में यह दावा किया गया है। वहीं रूसी न्यूज एजेंसी RIA और कुछ प्रत्यक्षदर्शियों के हवाले से कहा गया है कि अशरफ गनी को कुछ पैसा छोड़कर ही जाना पड़ा क्योंकि उसे रखने की जगह नहीं हो पा रही थी ।

Advertisement

रूसी दूतावास के हवाले से खबर
काबुल में रूसी दूतावास के प्रवक्ता निकिता इंशचेन्को ने कहा, ‘चार कारें कैश से भरी हुई थीं। ashraf gani (6) उसके बाद उन्होंने कुछ रकम हेलिकॉप्टर में रखी। इसके बाद भी वह पूरा पैसा नहीं रख पाए और कुछ पैसे यूं ही छोड़कर निकल गए।’ रूसी दूतावास के प्रवक्ता ने बताया कि एक चश्‍मदीद मिली जानकारी के अनुसार वह यह बात कह रहे हैं।

Advertisement

‘ओमान में हैं अशरफ गनी’
अशरफ गनी को लेकर मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि वह ओमानashraf gani (5) पहुंच गए हैं । उन्हें ताजिकिस्तान और कजाकिस्तान ने अपने देश में आने की अनुमति नहीं दी। उनका प्‍लेन लैंड करने की परमीशन ना मिलने के बाद गनी को ओमान का रुख करना पड़ा । कहा जा रहा है कि वह ओमान होते हुए अमेरिका निकलने की तैयारी में हैं। अफगानिस्तान के सुरक्षा सलाहकार मोहिब भी ओमान में गनी के साथ हैं।

Advertisement

‘सुरक्षा के लिए छोड़ा देश’
इससे पहले, अशरफ गनी ने सोशल मीडिया पर एक भावुक पोस्‍ट लिखी । कहा कि उन्होंने अफगानिस्तान को खून-खराबे से बचने के लिए देश छोड़ दिया। इस बीच अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई और राष्ट्रीय Ashraf Gani afghanistan talibanसुलह के लिए उच्च परिषद के प्रमुख अब्दुल्ला अब्दुल्ला एक समावेशी सरकार के लिए तालिबान के साथ बातचीत करने का प्रयास कर रहे हैं। देखना होगा कि तालिबान कैसी प्रतिक्रिया देता है। आपको बता दें कि अफगानिस्तान के पूर्व उपराष्ट्रपति अमरुल्ला सालेह ताजिकिस्तान जाने से पहले पंजशीर में थे। 15 अगस्‍त रविवार को तालिबान ने पूरे अफगानिस्‍तान पर कब्जा कर लिया ।