अफगानिस्तान पर कब्जा जमाते ही मालामाल हुआ तालिबान, हाथ लगा 3000 अरब डॉलर का बड़ा खजाना
अफगानिस्तान एक अमीर देश है और अब जब इसकी कमान आतंकी संगठन के हाथ आ गई है तो उसे तो जैसे छप्पर फाड़ के खजाना ही मिल गया है । पढ़ें से रिपोर्ट ।
New Delhi, Aug 20: अफगानिस्तान पर कब्जा जमाते ही तालिबान की जेबें भर गई हैं, वो मालामाल हो गया है । 15 अगस्त को काबुल पर कब्जे के साथ ही तालिबान को करीब तीन ट्रिलियन डॉलर मूल्य की खनिज संपदा पर पूरा अधिकार मिल गया है । अफगानिस्तान सोने, गैस, लोहा, तेल और अन्य खनिज संसाधनों का भंडार रहा है । संयुक्त राज्य भूगर्भ सर्वेक्षण विभाग के साल 2010 के एक सर्वे में अफगान की धरती में मौजूद खनिज पदार्थों की कीमत करीब 1000 अरब अमेरिकी डॉलर बताई गई थी । जो अब तीन गुना हो गई है ।
3 हजार डॉलर की खनिज संपदा तालिबान के हाथ
वर्तमान में इस खनिज संपदा की कीमत करीब 3000 अरब डॉलर हो गई है। देश के पूर्व खनन मंत्री खुद ताजा कीमतों की पुष्टि कर चुके हैं। इसके अलावा अफगानिस्तान की धरती में बड़ी मात्रा में उपलब्ध गैस, तेल, जिप्सम, संगमरमर और रेयर अर्थ मटेरियल समेत अन्य तत्वों के भंडार भरे पड़े हैं ।
मालामाल हुआ तालिबान
आपको जानकर हैरानी होगी कि साल 2020 में अफगान सरकार ने खनिज संसाधनों से 1 अरब डॉलर की सालाना कमाई की । अफगान की धरती में 1.8 अरब बैरल कच्चा तेल मौजूद है । वहीं 2.2 अरब टन बढ़िया लोहे का विशाल भंडार भी मिला है । इसके साथ ही 1.6 ट्रिलियन क्यूबिक फुट प्राकृतिक गैस भी मौजूद है । इतना ही नहीं 14 लाख टन रेयर अर्थ मटेरियल भी उपलब्ध है।
दो दश्कों में 40 गुना होंगे दाम
बताया गया है कि आने वाले 20 साल में 40 गुना बढ़ जाएंगे अफगानिस्तान में मौजूद लीथियम के दाम । अफगानिस्तान में उपलब्ध खनिज पदार्थों की कीमत 2010 के सर्वे के मुताबिक कुछ इतनी बताई गई है – आयरन – 420.9 डॉलर, कॉपर – 274 डॉलर और नियोबिअम 81.2 डॉलर बताई गई है । यानी तालिबान के हाथों अकूत भंडार लग गया है ।