कुली के बेटे का कमाल, गजब का आईडिया और खड़ी कर दी 100 करोड़ की कंपनी, ग्रामीणों को दिया रोजगार
कोई भी आईडिया छोटा नहीं होता, सही तरीके से एक्जीक्यूट हो तो करोड़ों की कंपनी खड़ी की जा सकती है । यकीन ना आ रहा हो तो आगे पढ़ें, पी सी मुस्तफा के बारे में ।
New Delhi, Aug 28: इडली डोसे जैसे रोजमर्रा के नाश्ते से कमाई का आईडिया, आप कहेंगे ये भी कोई आईडिया है । इसे तो कोई भी घर में खुद तैयार कर ले भला वो बाजार से क्यों खरीदेगा । लेकिन नहीं, ऐसा नहीं नहीं है, पीसी मुस्तफा को जब ये आईडिया आया तो उन्होंने इस पर काम शुरू किया । मामूली कुली के बेटे मुस्तफा जीवन में कुछ बड़ा करना चाहते थे, आर्थिक रूप से बहुत मजबूत ना होने के कारण वो कुछ ऐसा करना चाहते थे जिसमें कम निवेश में भी काम शुरू हो जाए । ऐसे में उन्हें आइडिया आया इडली डोसा के नाश्ते का, और बस तैयार हो गई आई डी फ्रेश फूड्स की नींव ।
पढ़ाई छोड़कर परिवार को संभाला
वायनाड के गांव चेन्नालोडे में जन्मे पीसी मुस्तफा अब 48 वर्ष के हैं । मुस्तफा के पिता एक कॉफी बागान में कुली का काम करते थे । मुस्तफा पढ़ाई में होनहार थे, लेकिन घर के हालात ठीक ना होने के कारण पढ़ाई में ज्यादा समय नहीं दे पाते थे । स्कूल से आते ही पिता के साथ हाथ बंटाने चले जाते थे । अच्छे से पढ़ाई ना कर पाने के कारण वो छठी क्लास में फेल हो गए, लेकिन इसके बाद पढ़ाई में कोई कमी नहीं आने दी । 10 वी की परीक्षा में फर्स्ट आए और फिर खूब मेहनत कर नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में कंप्यूटर साइंस में एडमिशन लिया । परफॉर्मेंस ऐसी रही कि मुस्तफा को अमेरिका के एक भारतीय स्टार्टअप मैनहैट्टन एसोसिएट्स में जॉब मिल गई ।
2005 में आया आईडी फ्रेश का आइडिया
ज़िंदगी जॉब के बाद ट्रैक पर आने लगी लेकिन मुस्तफा इस काम से संतुष्ट नहीं थे । उन्होंने कुछ और कंपनियों में भी काम किया, लेकिन जब मन नहीं लगा तो 2003 मं भारत वापस लौट आए । दो साल नए काम की उधेड़बुन में निकाल दिए, और 2005 में आया ये गजब का आइडिया । कुल 25,000 रुपए के निवेश के साथ उन्होंने अपनी सोच को हकीकत में तब्दील किया, आईडी फ्रेश की ऑफीशियल रूप से शुरुआत 2010 से हुई । ये कंपनी इडली डोसा बनाने के लिए जरूरी मिश्रण को बेचाती है । अपने इस काम में उन्होंने अपने कजिन्स को पार्अनर बनाया ।
650 ग्रामीणों को दिया रोजगार
शुरुआत में 100 पैकेट बिकते थे तो अब रोज के 50 हजार पैकेट्स से भी ज्यादा की सेल होने लगी है । इस कंपनी ने 650 ग्रामीणों को रोजगार दिया हुआ है । भारत में व्यापार मजबूत करने के बाद मुस्तफा अब दुबई में भी पैर जमाने की कोशिश कर रहे हैं । मुस्तफा ने शुरुआत में कंपनी के प्रोडक्ट को स्कूटर पर लादकर खुद बेचा था, अब ये कंपनी शहर के कई स्टोर्स और शहरों में अपना सामान बेच रही है । पीसी मुस्तफा को देश का ब्रेकफास्ट किंग भी कहा जाने लगा है । कंपनी का टर्नओवर 350-400 करोड़ तक पहुंच चुका है ।