एसएसपी के बिछाए जाल में फंस गए इंस्पेक्टर और सिपाही, रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार

भ्रष्‍टाचार मुक्‍त थाने की जब बार-बार शिकायत एसएसपी तक पहुंची तो उन्‍होंने खुद पुलिसकर्मियों की खबर लेने की ठान ली । इसके बाद लिए गए एक्‍शन में अब तक 15 पुलिसवाले सस्पेंड किए गए हैं ।

New Delhi, Sep 01: मेरठ में एसएसपी को लगातार ये सूचना मिल रही थी कि थानों में पुलिसकर्मी बिना रिश्‍वत काम करने को ही तैयार नहीं हैं । इसके बाद एसएसपी साहब खुद ही मिशन पर निकल गए, उन्‍होंने सीक्रेटली इन रिश्‍वतखोरों की जांजांच शुरू करवा दी । मंगलवार को एसएसपी के हाथ एक बड़ी सूचना लगी, जिसमें पता चला कि पुलिस वालों की एक वकार नाम के शख्‍स से एक लाख रुपये की डील हो गई है, इसी मामले में पुलिसवाले आगे रंगे हाथ पकड़े गए ।

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योजनाबद्ध तरीके से पकड़े गए रिश्‍वतखोर पुलिसवाले  
इस खबर के मिलते ही एसएसपी ने एसपी सिटी के नेतृत्व में एक टीम बनाई. हेड कांस्टेबल मनमोहन सिंह की घेराबंदी कर ली गई । शाम चार बजे वकार नाम का ये शख्‍स मुजफ्फरनगर से मेरठ पहुंचेगा, इसकी खबर लगते ही वकार के साथ सादी वर्दी में चार पुलिस वाले भी लग गए। रिश्‍वत देने के लिए सिपाही को वकार ने रजबन में बुलाया। यहां पैसे लेते ही पुलिस टीम ने सिपाही को दबोच लिया । रिश्‍वतखोर पुलिसकर्मी को पकड़ने के बाद पुलिस उसको पुलिस लाइन ले गई।

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4 घंटे पूछताछ, खुले अफसरों के राज
यहां चार घंटे तक एसएसपी, एसपी सिटी, एएसपी ने इस पुलिसकर्मी सेarrested1 पूछताछ की । जिाके बाद सिपाही ने आखिरकार इंस्पेक्टर का सारा राज खोल दिया । बताया कि किस तरह से रिश्‍वत मांगी गई । पुलिस ने वकार से भी पूछताछ की, इसके बाद दोनों को आमने-सामने बैठा दिया । लंबी पूछताछ के बाद पकड़े गए सिपाही ने वसूली की रकम के बारे में पुलिस अधिकारियों को बताया।

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तीन बार मिली शिकायत
एसएसपी को इससे पहले भी भ्रष्टाचार की शिकायत मिल चुकी थी, जिसके चलते उन्‍होंने क्राइम मीटिंग में सभी थानेदारों को चेतावनी भी दी थी । दरअसल सोतीगंज इलाके में लगातार वाहन चोरों और कबाड़ियों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा था, बावजूद इलाके में चोरी के वाहन मिल रहे थे। इंस्पेक्टर सदर बिंजेंद्र सिंह राणा ने अपने थाने पर भ्रष्टाचार मुक्त के पोस्टर खुद चस्पा कराए थे। लेकिन वो खुद ही रिश्‍वत में लिप्‍त निकले । एसएसपी की ओर से पुलिस पर भ्रष्टाचार का यह दूसरा मुकदमा दर्ज कराया गया है। मामले मे15 पुलिसवाले सस्पेंड किए गए, जबकि 100 से ज्यादा पुलिस वाले लाइन हाजिर किए गए ।