अपने ही बुने जाल में फंस गया पाकिस्तान, अब सता रहा ये डर
पाक के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि अगले दो से 3 महीने काफी महत्वपूर्ण है, उन्होने ये भी कहा कि इस्लामाबाद को डर है कि अफगानिस्तान में तालिबानी राज आने के बाद अफगान-पाक बॉर्डर पर आतंकी हमले बढेंगे।
New Delhi, Sep 01 : अफगानिस्तान में तालिबान का राज लाने के पीछे सबसे बड़ी भूमिका निभाने वाले पाक अब खुद ही अपने ही बुने जाल में फंसता नजर आ रहा है, तालिबान जहां एक ओर अफगानिस्तान में सरकार गठन की तैयारियों में जुटा हुआ है, तो वहीं दूसरी ओर पाक अधिकारियों को अब पड़ोसी देश की वजह से सुरक्षा खतरे का डर है, पाक को ये डर मारे जा रहा है कि तालिबान से आने से अफगानिस्तान के साथ सटती उसकी सीमा पर कहीं आतंकी हमले ना बढ जाए, इसकी वजह से बीते कई हफ्तों से सीमा पर पाक सेना भी हाई अलर्ट पर हैं।
खतरा महसूस हो रहा
इस्लामाबाद को खासतौर से पाकिस्तानी तालिबान के उस समूह से खतरा महसूस हो रहा है, जो अफगानिस्तान की सीमा पार कर उसके क्षेत्र में भीषण हमलों को अंजाम देता आया है, बीते दो दशक में हजारों पाकिस्तानी जिहादी हिंसा में मारे जा चुके हैं।
सुरक्षा की स्थिति कमजोर
अफगानिस्तान में ही सुरक्षा की स्थिति इतनी कमजोर है कि बीते कुछ दिन पहले ही आतंकी संगठन आईएसआईएस-खुरासान ने काबुल एयरपोर्ट के बाहर आत्मघाती हमला कराया, जिसमें 13 अमेरिकी सैनिकों समेत 100 से ज्यादा लोगों की जान चली गई थी।
आतंकी हमले बढेंगे
पाक के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि अगले दो से 3 महीने काफी महत्वपूर्ण है, उन्होने ये भी कहा कि इस्लामाबाद को डर है कि अफगानिस्तान में तालिबानी राज आने के बाद अफगान-पाक बॉर्डर पर आतंकी हमले बढेंगे, अफगानिस्तान में आतंकी संगठनों के फिर से सिर उठाने के खतरों पर बात करते हुए अधिकारी ने कहा, अंतरराष्ट्रीय समुदाय को सेना बनाने में तालिबान की मदद करनी चाहिये, ताकि वो अपने क्षेत्र को नियंत्रित कर सकें।