यूपी में ब्राह्मण कार्ड, विकास दूबे की पत्नी पर कई दल दांव लगाने को तैयार, लड़ सकती है चुनाव

बिकरु कांड को लेकर बसपा भी सियासी चाल चल रही है, हाल ही में प्रबुद्ध सम्मेलन में पार्टी नेता सतीश मिश्रा ने कहा था कि बिकरु कांड में निर्दोष ब्राह्मणों को बीजेपी ने निशाना बनाया।

New Delhi, Sep 07 : यूपी के बिकरु हत्याकांड को आसानी से भूलाया नहीं जा सकता, जब गैंगस्टर विकास दूबे के गुंडों ने 8 पुलिस वालों को शहीद कर दिया था, हालांकि बाद में विकास के एनकाउंटर ने सूबे की ब्राह्मण राजनीति को बदल दिया, सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक कई पार्टियां विकास दूबे की पत्नी ऋचा दूबे के संपर्क में है, वो उन्हें अगले साल के शुरुआत में होने वाले विधानसभा चुनाव में मैदान में उतारना चाहती है।

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चुनावी राजनीति
विकास दूबे के जानकारों का कहना है कि चुनावी राजनीति के जरिये ही विकास की पत्नी अपने पति के कारनामों से हुई बदनामी को कम कर सकती हैं, अपने बच्चों को भविष्य बना सकती है, Vikas Dubey सूत्रों का कहना है कि विकास की पत्नी ने अब तक राजनीति की पारी खेलने का मन नहीं बनाया है, ऐसा नहीं है कि उनके पास सियासी तर्जुबा नहीं है, बल्कि वो समाजवादी पार्टी के टिकट पर जिला पंचायत चुनाव लड़ चुकी हैं, लेकिन हत्याकांड के बाद से सपा ने ऋचा दूबे को लेकर खुलकर कुछ नहीं कहा है।

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बसपा की सियासी चाल
बिकरु कांड को लेकर बसपा भी सियासी चाल चल रही है, हाल ही में प्रबुद्ध सम्मेलन में पार्टी नेता सतीश मिश्रा ने कहा था कि बिकरु कांड में निर्दोष ब्राह्मणों को बीजेपी ने निशाना बनाया, हालांकि सतीश मिश्रा ने विकास दूबे का नाम नहीं लिया। आपको बता दें कि पिछले साल 2 जुलाई की आधी रात को बिकरु गांव में गैंगस्टर विकास दूबे और उसके गुर्गों ने डीएसपी और एसओ समेत 8 पुलिस वालों को शहीद कर दिया था, एक-एक पुलिस वाले को दर्जनों गोलियां मारी गई थी, जिसके पास पुलिस और एसटीएफ ने मिलकर 8 दिन के भीतर विकास दूबे समेत 6 बदमाशों का एनकाउंटर कर ढेर कर दिया।

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ट्रायल जारी
इस समय मामले में 45 आरोपी जेल में हैं, केस का ट्रायल जारी है, 2 जुलाई 2020 की रात को चौबेपुर के जादेपुरधस्सा गांव निवासी राहुल तिवारी ने विकास दूबे और उसके साथियों पर हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज कराया था, एफआईआर दर्ज करने के बाद उसी रात करीब साढे बारह बजे तत्कालीन सीओ बिल्हौर देवेन्द्र कुमार मिश्रा के नेतृत्व में बिकरु गांव में दबिश दी गई, जहां पहले से घात लगाकर बैठे विकास और उसके गुर्गों ने पुलिस टीम पर हमला बोल दिया। जिसमें 8 पुलिस वाले शहीद हो गये।