हवाई सफर से पलटी किस्‍मत, रामदेव की वजह से BJP का मिला टिकट, 35 हजार फीट ऊंचाई पर मिला हमसफर

आसनसोल से टिकट मिला, तो बाबुल सुप्रियो ने भी अपनी पार्टी और रामदेव को निराश नहीं किया, पहली बार में ही जीत हासिल कर संसद पहुंचे।

New Delhi, Sep 18 :बाबुल सुप्रियो को बीजेपी में टिकट सीधे पार्टी से ऑफर नहीं हुआ था, इसकी वजह रामदेव बने थे । क्‍या है ये पूरा मामला आगे पढ़ें । पश्चिम बंगाल में आज बड़ी राजनीतिक उथल-पुथल देखने को मिली है । बाबुल सुप्रियो जो कि बीजेपी के मौजूदा सांसद हैं लेकिन राजनीति से संन्‍यास की घोष्‍णा कर चुके हैं, उन्‍होंने आज टीएमसी ज्‍वॉइन कर ली है ।  ममता बैनर्जी को जमकर कोसने वाले बाबुल अब उनका गुणगान करेंगे । बाबुल के बीजेपी में आने की, उनके टिकट पर चुनाव लड़ने की कहानी बड़ी खास है ।

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2014 में राजनीति में कदम
बाबुल सुप्रियो ने साल 2014 में राजनीति में कदम रखा था, उनकी राजनीतिक एंट्री में हवाई जहाज का बड़ा योगदान रहा है, दरअसल फरवरी 2014 में बाबुल मुंबई से कोलकाता के लिये हवाई सफर कर रहे थे, सफर के दौरान ही उनकी मुलाकात योगगुरु बाबा रामदेव से हुई, सफर में बातचीत के दौरान प्ले बैक सिंगर ने रामदेव से चुनाव लड़ने की इच्छा जताई, तो रामदेव ने उन्हें आसनसोल सीट से बीजेपी का टिकट दिलवा दिया।

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दो बार सांसद
आसनसोल से टिकट मिला, तो बाबुल सुप्रियो ने भी अपनी पार्टी और रामदेव को निराश नहीं किया, पहली बार में ही जीत हासिल कर संसद पहुंचे, जिसके बाद मोदी ने उन्हें अपनी सरकार में मंत्री बनाया, babul-supriyo-baba-ramdev (1) 2019 में एक बार फिर पार्टी ने भरोसा जताया और वो फिर जीतकर संसद पहुंचे।

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जीवनसाथी भी मिला
हवाई सफर ने ना सिर्फ उनकी राजनीति में एंट्री करवाई बल्कि उनको नया जीवनसाथी भी दिया, दरअसल 2014 में सांसद बनने के बाद बाबुल दिल्ली से कोलकाता जेट एयरवेज की फ्लाइट से जा रहे थे, फ्लाइट में उनकी नजर एक एयर होस्टेस पर पड़ी, रचना शर्मा नाम की उस एयर होस्टेस पर सांसद का दिल आ गया, कुछ महीने डेट करने के बाद दोनों ने शादी का फैसला लिया। बता दें कि रचना से शादी से पहले बाबुल तलाकशुदा थे, उन्होने 1995 में रिया सुप्रियो से शादी की थी, दोनों की एक बेटी भी है।