मुलायम ने बिगाड़ दिया था धनंजय सिंह का बना बनाया खेल, मायावती के पूर्व सांसद को झेलनी पड़ी थी हार

2014 में मोदी लहर में उनकी नैया डूबी, तो 2017 में मुलायम ने खेल बिगाड़ दिया, दरअसल 2017 में धनंजय सिंह जौनपुर के मल्हनी सीट से चुनावी मैदान में उतरे थे, तब जातिय समीकरण तथा प्रदेश के राजनीतिक हालात को देखते हुए उनकी जीत तय मानी जा रही थी।

New Delhi, Sep 22 : धनंजय सिंह की गिनती यूपी के बाहुबली राजनेताओं में होती है, उन पर हत्या तथा हत्या के प्रयास जैसे कई संगीन आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं, मायावती का पार्टी बसपा से लोकसभा सांसद रहे धनंजय सिंह ने अपनी दबंग छवि को अपनी राजनीतिक पारी में खूब भुनाया, वो अपनी इसी छवि के साथ विधानसभा तथा लोकसभा तक पहुंचे, 2017 विधानसभा चुनाव में भी धनंजय सिंह ने अपनी जीत का पूरा प्लान बना रहा था, लेकिन तब मुलायम सिंह यादव ने उनकी सारी मेहनत पर पानी फेर दिया था।

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राजनीतिक पारी
धनंजय सिंह ने अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत साल 2002 में शुरु की, वो जौनपुर के रारी विधानसभा सीट से निर्दलीय विधायक बने, फिर 2007 में नीतीश की पार्टी जदयू के टिकट पर विधानसभा चुनाव जीते, 2008 में धनंजय नीतीश की पार्टी छोड़ बसपा में शामिल हो गये, 2009 में बसपा के टिकट पर जौनपुर से लोकसभा सांसद बने, फिर बसपा प्रमुख मायावती ने 2011 में उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया।

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पत्नी को भी लड़वाया
2012 यूपी विधानसभा चुनाव में धनंजय सिंह ने अपनी पूर्व पत्नी डॉ. जागृति सिंह को निर्दलीय चुनावी मैदान में उतारा, लेकिन वो हार गईं। फिर 2014 में लोकसभा चुनाव और 2017 में विधानसभा चुनाव में भी धनंजय ने जौनपुर से अपना हाथ आजमाया, लेकिन दोनों बार हार का सामना करना पड़ा।

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मुलायम ने खेल बिगाड़ दिया
2014 में मोदी लहर में उनकी नैया डूबी, तो 2017 में मुलायम ने खेल बिगाड़ दिया, दरअसल 2017 में धनंजय सिंह जौनपुर के मल्हनी सीट से चुनावी मैदान में उतरे थे, तब जातिय समीकरण तथा प्रदेश के राजनीतिक हालात को देखते हुए उनकी जीत तय मानी जा रही थी, तब सपा अंदरुनी कलह से जूझ रही थी, मुलायम परिवार में काफी उथल-पुथल थी, तब मुलायम सिंह यादव ने खुद को चुनाव से एकदम दूर कर लिया था। 2017 में मुलायम सिर्फ दो जगहों पर अपने उम्मीदवार के लिये वोट मांगने पहुंचे थे, उनमें से एक थे मल्हनी से सपा प्रत्याशी पारस नाथ यादव, नेताजी के वहां पहुंचते ही सारा खेल बदल गया। मल्हनी पहुंच कर मंच से मुलायम सिंह यादव ने इतना कहा, कि हम पारस के लिये आये हैं, आप लोग इन्हें जिताएं, उनके इतना कहते ही खेल पलट गया, और जो सीट धनंजय के कब्जे में दिख रही थी, वहां पारस यादव को जीत मिली।