पितृ पक्ष शुरू हो गए हैं, इस काल में कुछ खास बातों का ध्यान रखना आवश्यक होता है । खास तौर पर वो संकेत जो पितरों की नाराजगी की ओर इशारा करते हैं ।
New Delhi, Sep 22: पितृ पक्ष 20 सितंबर से शुरू हो चुके हैं, ये अगले महीने की 6 तारीख तक चलेंगे । इस काल में पितरों को प्रसन्न करने, उनकी आत्मा की शांति के लिए पूजा-पाठ आदि किए जाते हैं । श्राद्ध पक्ष के दौरान कई लोग ऐसे भी होते हैं, जिनके सपने में उनके पितृ आते हैं, उन्हें कुछ बातें कहते हैं । ऐसे में इसे तर्पण से जोड़कर देखा जाता है, आगे जानें क्या ये पितरों की अतृप्ति के संकेत हैं ।
पितरों के सपने में आने का कारण
पितरों के सपने में आने के कई कारण बताए जाते हैं लेकिन विज्ञान के अनुसार श्राद्ध के समय हम अपने पूर्वज इसलिए सपने में दिखते हैं क्योंकि इस काल में हमारा दिमाग उन्हें लगातार याद कर रहा होता है । दिमाग में उनकी यादों के अंश फ्लैशबैक की तरह चलते हैं इसलिए रात को दिमाग पूरी तरह सोता नहीं है इसलिए हमें श्राद्ध के दिनों में सपने आते हैं। वहीं पौराणिक दृष्टिकोण से देखें तो पितरों का सपने में आना हमें किसी बात का संकेत देना हो सकता है। हो सकता है वो आपसे कुछ कहना चाहते हों या अपनी नाराजगी जताने आए हों ।
पितरों के नाराज होने की वजह
हिंदू धर्म में मान्यता है कि पितृ पक्ष के दौरान पूर्वजों की विधि-विधान से
पितरों की नाराजगी के संकेत
अगर आपके घर कोई ऐसा दंपति है जो लंबे समय से माता-पिता नहीं बन पा रहा है तो ये पितृ दोष के कारण हो सकता है । इके साथ ही परिवार के लोगों के बीच आपसी कलह और पैसों की तंगी भी इसी ओर इशारा करते हैं । बेवजह कोर्ट कचहरी के मामले भी इसी वजह से हो सकते हैं । बेटी शादी में देरी का एक कारण भी पितृ दोष हो सकता है । वहीं सबकुछ ठीक होने के बावजूद अगर आपकी सेहत ठीक नहीं रहती तो आपकी कुंडली में पितृ दोष का योग ऐसा कर सकता है।
आईपीएल 2023 में तिलक वर्मा ने 11 मैचों में 343 रन ठोके थे, पिछले सीजन…
ज्योति मौर्या के पिता पारसनाथ ने कहा कि जिस शादी की बुनियाद ही झूठ पर…
अजित पवार ने एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार पर निशाना साधते हुए कहा आप 83 साल…
धतूरा शिव जी को बेहद प्रिय है, सावन के महीने में भगवान शिव को धतूरा…
भारत तथा वेस्टइंडीज के बीच पहला टेस्ट मैच 12 जुलाई से डोमनिका में खेला जाएगा,…
मेष- आज दिनभर का समय स्नेहीजनों और मित्रों के साथ आनंद-प्रमोद में बीतेगा ऐसा गणेशजी…
Leave a Comment