योगी के जनता दरबार में फरियादियों के कंधे पर सुरक्षाकर्मी क्यों रखते हैं हाथ, जानिये

योगी आदित्यनाथ के जनता दरबार में यूपी की जनता उनसे सीधा संवाद करती है, और अपनी समस्याओं को बताती हैं, योगी के जनता दरबार में फरियादियों के आने के कुछ नियम हैं।

New Delhi, Oct 02 : सीएम योगी आदित्यनाथ लखनऊ ही नहीं बल्कि कई बार गोरखपुर के गोरक्षनाथ मंदिर में भी जनता दरबार का आयोजन करते हैं, जनता दरबार लगने से जुड़े सभी निर्णय स्वयं योगी लेते हैं, लेकिन इस जनता दरबार में एक बात हमेशा नजर आती है, वो ये है कि जब भी सीएम किसी फरियादी से मिलते हैं, तो उनके सुरक्षाकर्मी उस फरियादी के कंधे पर हाथ रखे रहते हैं, तो आइये आपको इसके कारण के साथ जनता दरबार तथा योगी की सुरक्षा से जुड़ी कुछ अनसुनी बातें बताते हैं।

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सीधा संवाद
योगी आदित्यनाथ के जनता दरबार में यूपी की जनता उनसे सीधा संवाद करती है, और अपनी समस्याओं को बताती हैं, योगी के जनता दरबार में फरियादियों के आने के कुछ नियम हैं, इस नियम के बाद एक खास बात ये है कि जब भी सीएम योगी किसी फरियादी के पास आते हैं, तो तुरंत सुरक्षाकर्मी उस फरियादी के कंधो पर हाथ रखकर खड़े हो जाते हैं।

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महिला-पुरुष सुरक्षाकर्मी
महिला फरियादियों के लिये महिला तथा पुरुष फरियादियों के कंधे पर हाथ रखने के लिये पुरुष सुरक्षाकर्मी होते हैं, योगी आदित्यनाथ के जनता दरबार में शामिल होने के लिये एक खास प्रोसेस है, जैसे जनता कितनी संख्या में होगी, कैसे जनता यहां तक आ सकती है, जनता दरबार कहां और कब लगेगा।

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कुर्सी लगाया जाता है
जनता दरबार में फरियादियों के लिये कुर्सियां लगाकर लाइन से लोगों को बैठाया जाता है, हर फरियादी के पीछे एक सुरक्षाकर्मी होता है, योगी की जेड प्लस सुरक्षा का एक स्तर बढाते हुए सुरक्षा एजेंसियों ने उन्हें सीआईएसएफ कमांडो की टुकड़ी दी है, yogi (1) (1) ये टुकड़ी उनके साथ हमेशा साये की तरह रहती है। जिसमें कम से कम 25 कमांडो होते हैं, ये टुकड़ी फरियादियों के कंधे पर योगी की सुरक्षा के लिये हाथ रखती है, ताकि कोई अनहोनी से बचा जा सके।

क्या कहा था
हालांकि सीएम योगी ने एक इंटरव्यू में कहा था कि बुजुर्ग या महिलाएं उनके पैर या उनके सामने हाथ ना जोड़ें, इसके लिये सुरक्षाकर्मी कंधे पर हाथ रखते हैं। योगी का कहना था कि भारतीय संस्कृति में महिलाएं उनकी मां समान होती है, वो उनके आगे हाथ जोड़ें या पैर छुएं ये उन्हें पसंद नहीं। आपको बता दें कि जनता दरबार किस दिन और किस समय लगेगा, इसका फैसला पूरी तरह से योगी खुद करते हैं, दरबार में 50 से 100 लोगों को सीएम अपने घर बुलाते हैं, लोगों का चयन एप्लीकेशन फॉर्म से होता है, इस एप्लीकेशन को सीएम हाउस में बने ऑफिस में जमा करना होता है। इसके बाद आवेदन देखकर कॉल करके जनता दरबार के लिये बुलाया जाता है।