मृतक किसानों के परिवार को मुआवजा और सरकारी नौकरी का ऐलान, मंत्री ने प्रेस कांफ्रेस कर बताया साजिश
एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि सरकार की ओर से 45-45 लाख रुपये का मुआवजा तथा किसान बीमा से 5-5 लाख रुपये दिये जाएंगे, इसके साथ ही परिवार के एक सदस्य को उसकी योग्यता के मुताबिक नौकरी दी जाएगी।
New Delhi, Oct 04 : यूपी के लखीमपुर खीरी में किसानों तथा केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा के समर्थकों के बीच हुई हिंसक झड़प में मारे गये 4 किसानों के परिजनों को 45-45 लाख रुपये मुआवजा का ऐलान किया गया है, साथ ही मृतक परिवारों के एक आश्रित को नौकरी तथा मामले की 8 दिनों के भीतर जांच कर आरोपियों की गिरफ्तारी की जाएगी, सोमवार सुबह से 2 राउंड की बैठक के बाद प्रशासन तथा किसानों के बीच सहमति बन गई है, जिसके बाद किसानों ने शवों को पोस्टमॉर्टम के लिये भेजने की बात कही है।
एडीजी ने दी जानकारी
एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि सरकार की ओर से 45-45 लाख रुपये का मुआवजा तथा किसान बीमा से 5-5 लाख रुपये दिये जाएंगे, इसके साथ ही परिवार के एक सदस्य को उसकी योग्यता के मुताबिक नौकरी दी जाएगी। इसके अलावा घायलों को 10-10 लाख रुपये की मदद दी जाएगी, किसानों की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी, इसके अलावा पूरे मामले की हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज से न्यायिक जांच भी की जाएगी।
नेताओं की एंट्री नहीं
एडीजी प्रशांत कुमार ने कहा कि लखीमपुर खीरी जिले में धारा 144 की वजह से किसी भी राजनेता को एंट्री नहीं दी जाएगी, उन्होने कहा कि किसान यूनियन के सदस्यों तथा किसान नेताओं के आने-जाने पर कोई रोक नहीं है।
मंत्री ने कही ये बात
दूसरी ओर केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी ने भी प्रेस कांफ्रेंस की और पूरी घटना को एक साजिश बताया, उन्होने कहा ये बात सामने आ रही है, कि एक व्यक्ति जो मरा है, वो बहराइच के नानपारा का रहने वाला है, जो कि सपा के रुद्रपुर यूनिट का जिला अध्यक्ष है, इस घटना में ऐसे कई लोग शामिल हैं, मामले में एफआईआर दर्ज कर इसकी जांच होनी चाहिये, उन्होने कहा कि बीजेपी कार्यकर्ताओं पर लाठी तथा तलवारों से हमला किया गया, वीडियो में हमलावर कार्यकर्ताओं को ये कहते दिख रहे हैं, कि वो मेरा नाम लें, कि मैंने ही किसानों को कुचलने के लिये कहा ता, मेरे बेटे के खिलाफ आरोप पूरी तरह से निराधार है, अगर वो मौके पर होता, तो उसकी पीट-पीटकर हत्या कर दी गई होती।