वॉट्सएप के जरिए रची गई थी लखीमपुर खीरी में हिंसा की साजिश? मैसेज में ये लिखा गया था

लखीमपुर खीरी हिंसा को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है । घटना से पहले एक वॉट्सएप ग्रुप बनाया था, जिस पर ऐसे संदेश भेजे गए थे जिससे आग भड़कनी तय थी ।

New Delhi, Oct 05: उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में रविवार के दिन किसानों के प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा में 9 की मौत हो गई । मृतकों में 4 किसान, 3 बीजेपी कार्यकर्ता, 1 बीजेपी नेता का ड्राइवर और एक पत्रकार भी शामिल है । हिंसा की आग अब धीमी पड़ती दिख रही है, लेकिन इस घटना से पहले का एक ऐसा वीडियो सामने आया है जिसमें पता चला है कि हिंसा से पहले एक व्हाट्सऐप ग्रुप बनाया गया था, जिसके जरिए पूरी साजिश रची गई थी ।

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वॉट्सएप ग्रुप बनाया गया था
आजतक वेबसाइड की एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक लखीमपुर खीरी हिंसा से पहले ‘ललकार किसान’ नाम से एक ग्रुप बनाया गया था और इस गुप से केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र के ashish mishra (1)कुछ वीडियो शेयर किए गए थे । इसके साथ ही व्हाट्सऐप ग्रुप में लिखा गया था, ‘इससे बदला लेना है।’ सूत्रों के मुताबिक ‘ललकार किसान’ ग्रुप को खालिस्तान टास्क फोर्स के एक पूर्व सदस्य ने बनाया था।

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ग्रुप एडमिन की तलाश
मामले में अब पुलिस व्हाट्सऐप ग्रुप के एडमिन की तलाश कर रही है, farmersजिसके जरिए लखीमपुर खीरी हिंसा से पहले मैसेज फॉरवर्ड किए गए थे।सवाल यही है कि आखिर लखीमपुर खीरी हिंसा की साजिश किसने रची और लोगों की मौत के लिए जिम्मेदार कौन है?  सवाल उठ रहे हैं कि क्या लखीमपुर खीरी में किसानों के बीच अराजक तत्व भी मौजूद थे । मामले की जांच यूपी सरकार ने हाई कोर्ट के रिटायर्ड जज कराने का ऐलान किया है ।  लेकिन इस बीच हिंसा को लेकर सियासत लगातार जारी है ।

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मुआवजे का ऐलान
इस पूरे मामले में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने yogi (1)दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का भरोसा दिया है, योगी ने कहा कि लोग अफवाहों पर ध्‍यान ना दें । इसके अलावा उत्तर प्रदेश सरकार ने हिंसा में मारे गए लोगों के परिवार को 45-45 लाख रुपये और घायलों को 10-10 लाख रुपये मुआवजा देने का भी ऐलान किया है ।