कश्मीर में चुन-चुन कर हिंदूओं की हत्या, अमित शाह टारगेट किलिंग पर बनाएंगे रणनीति

जम्मू-कश्मीर में पिछले कई दिनों से जिस तरह से आम नागरिकों को निशाना बनाया जा रहा है, इसे देखते हुए बैठक में एलजी प्रशासन की ओर से तैयार की गई रणनीति पर चर्चा की जाएगी, गृह मंत्री अमित शाह के गुजरात दौरे से लौटते ही ये बैठक बुलाई गई है।

New Delhi, Oct 09 : जम्मू-कश्मीर में पिछले एक हफ्ते में जिस तरह से टारगेट किलिंग के मामले सामने आये हैं, उसे देखते हुए केन्द्र सरकार ने शनिवार को दिल्ली में एक उच्च स्तरीय मीटिंग बुलाई है, केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में होने वाली इस बैठक में जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा भी मौजूद रहेंगे, बैठक में जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा स्थिति पर मंथन किया जाएगा, आतंकी संगठन द रजिस्टेंस ग्रुप ने जम्मू-कश्मीर में हिंदूओं और सिखों को निशाना बनाते हुए हमले तेज कर दिये हैं, इस हफ्ते हुए हमलों में अब तक 7 लोगों की मौत हो चुकी है।

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अमित शाह ने बुलाई बैठक
जम्मू-कश्मीर में पिछले कई दिनों से जिस तरह से आम नागरिकों को निशाना बनाया जा रहा है, इसे देखते हुए बैठक में एलजी प्रशासन की ओर से तैयार की गई रणनीति पर चर्चा की जाएगी, गृह मंत्री अमित शाह के गुजरात दौरे से लौटते ही ये बैठक बुलाई गई है, Kashmir सूत्रों का दावा है कि इस बैठक में एनएसए अजित डोभाल, तथा गृह सचिव अजय भल्ला भी शामिल होंगे, इसके साथ ही खुफिया एजेंसियों और जम्मू-कश्मीर प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद रहेंगे।

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7 लोगों की मौत
कश्मीर में पिछले 2 दिनों में जहां 5 नागरिक मारे गये हैं, तो वहीं इस हफ्ते अब तक 7 लोगों को मौत के घाट उतारा जा चुका है, 7 में से 4 अल्पसंख्यक हिंदू तथा सिख समुदाय से थे, इनमें से 6 मौतें श्रीनगर में हुई है, श्रीनगर के ईदगाब स्थित गवर्नमेंट बॉयज हायर सेकेंडरी स्कूल की प्रिंसिपल सुपिंदर कौर और दीपक चंद की गुरुवार सुबह करीब 11.15 बजे स्कूल परिसर में गोली मारकर हत्या कर दी गई।

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लश्कर-ए-तैयबा का फ्रंट
आतंकी संगठन टीआरएफ को पाक के आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का फ्रंट माना जाता है, सूत्रों के अनुसार बीते दिनों टीआरएफ के ओवरग्राउंड वर्कर्स पूरी तरह मुख्य काडर में तब्दील हो चुके हैं, लोगों को निशाना बनाकर हत्या कर रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि हम हिंसा की घटनाओं के पैटर्न में बदलाव देख सकते हैं, वो स्पष्ट संदेश देना चाहते हैं, कि गैर मुस्लिम समुदायों का बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, इन आतंकी संगठनों को नये डोमिसाइल एक्ट और नई चुनावी प्रक्रिया से दिक्कत है, ये सॉफ्ट टारगेट पर हमला करते हैं।