हरियाणा का विशाल जूड बना ऑस्ट्रेलिया में ‘हीरो’, जानें कैसे हुई इस कहानी की शुरुआत

ऑस्ट्रेलिया की जेल में बंद रहे कुरुक्षेत्र निवासी विशाल जूड वतन पहुंच गए हैं,करनाल में उनका जोरदार स्‍वागत हुआ । कौन है विशाल और क्‍यों उसकी इतनी चर्चा हो  रही है, आगे पढ़ें ।

New Delhi, Oct 19: पिछले 8 महीने से ऑस्‍ट्रेलिया की जेल में बंद विशाल जूड की वतन वापी से पूरा हरियाणा खुशी से झूम उठा । जूड का करनाल पहुंचने पर भव्‍य स्वागत किया गया। सैकड़ों की संख्या में यहां युवाओं ने दिल्ली से आते हुए सोनीपत, पानीपत और दूसरी जगहों पर फूल-मालाओं के साथ उसका अभिनंदन किया। करनाल में तो डीजे की थाप पर नाचते हुए युवा उसे समाज की धर्मशाला में ले गए, जहां लोगों ने उसको सम्मानित भी किया।

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झूठे इल्‍जाम में था जेल में बंद
करनाल वापसी के बाद विशाल जूड ने मीडिया को बताया कि किसान आंदोलन के चलते ऑस्ट्रेलिया में कुछ लोगों ने तिरंगे का अपमान करते हुए नारे लगाए थे । ये देख उससे रहा नहीं गया लिहाजा उसने तिरंगे कोvishal jood australia (3) लहराते हुए हिंदुस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए, जिसके बाद उन पर हमला किया गया । इतना ही नहीं ऑस्‍ट्रेलिया की पुलिस के सामने उन पर झूठे इल्जाम लगा कर जेल में बंद करवा दिया। जूड पिछले 8 महीने से जेल में बंद रहा। अब जब उसकी रिहाई हुई तो आस्ट्रेलिया की पुलिस उसे सीधे एयरपोर्ट लेकर आई, क्योंकि उनका कहना था कि उसको जान का खतरा है। इसलिए उसे डायरेक्ट फ्लाइट में बिठाया गया।

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जमकर हुए प्रदर्शन
हरियाणा के रहने वाले विशाल जूद जब ऑस्ट्रेलिया की जेल में बंद थे तो vishal jood australia (4)उनकी रिहाई को लेकर न सिर्फ हरियाणा, बल्कि ऑस्ट्रेलिया में भी प्रदर्शन हो रहे थे । जिन लोगों ने विशाल का समर्थन किया उनका कहना था कि विशाल ने सिडनी में भारतीय तिरंगे को अपमानित होने से बचाया था, लेकिन बाद में उसे झूठे मामले में फंसाकर जेल भेज दिया गया । विशाल जूद को भारतीयों के ‘हीरो’ कहकर उसकी रिहाई के लिए जमकर प्रदर्शन हुए थे ।

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विशाल पर आरोप?
आपको बता दें 24 साल के विशाल जूद हरियाणा के रहने वाले हैं और करीब 4 साल पहले वो ऑस्ट्रेलिया गए थे । विशाल सिडनी में एक कंपनी में काम कर रहे थे, 16 अप्रैल 2021 को उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था । गिरफ्तारी की वजह के रूप में पुलिस का कहना था कि बीते कुछ समय में भारतीय और खलिस्तानी समर्थकों के बीच हुई हिंसक झड़प में विशाल और उसके साथियों का हाथ था । न्यू साउथ वेल्स पुलिस की ओर से एक बयान में कहा गया कि विशाल पर भड़काने के तीन मामले, अपराध करने के इरादे से हथियार रखने के तीन मामले, संपत्ति को नष्ट करने या क्षति पहुंचाने के दो मामले और अपने साथियों के साथ मिलकर किसी को शारीरिक नुकसान पहुंचाने का मामला दर्ज है ।

एक वीडियो से हिंसा तक …
पिछले साल टिकटॉक पर एक वीडियो वायरल हुआ, इस वीडियो में पगड़ी पहने कुछ लोग तिरंगे का अपमान करते दिख रहे थे । इस वीडियो के बाद खलिस्तानी समर्थक और भारतीयों के बीच झड़प हुई थी । सोशल मीडिया पर एक वीडियो से शुरू हुआ ये सिलसिला 29 अगस्त 2020 को उस वक्त हिंसा में बदल गया, जब हैरिस पार्क इलाके में दो गुटों के बीच झड़प हो गई । पहला गुट भारतीयों का था और दूसरा खलिस्तानी समर्थकों का । विशाल भारतीयों के गुट को लीड कर रहे थे, इसके बाद सितंबर और दिसंबर में भी इसी तरह की दो बार झड़पें हुईं । इसके बाद ही सोशल मीडिया पर एक और वीडियो वायरल हुआ, जिसमें विशाल तिरंगे को बचाते हुए दिखे, बाद में खलिस्तानी समर्थकों ने कथित तौर पर उनको पीटा भी था । ये सब होने के बाद हरियाणा के विशाल सूद ऑस्ट्रेलिया में भारतीयों के हीरो बन गए । मामले में जूड की गिरफ्तारी के बाद खुद हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने उनकी रिहाई के प्रयास का आश्‍वासन दिया था । बहरहाल विशाल अब अपने परिवार के साथ हैं और सब बेटे की वतन वापसी से खुश हैं ।
(News Input: AajTak)