एक घटना ने बदल दी किस्मत, सिर्फ 22 साल की उम्र में बनी IAS, माफिया खाते हैं खौफ

8वीं में पढने वाले स्वाति जब अपनी मां की चचेरी बहन से मिली, तो उन्हें पता चला कि एक अधिकारी बनने की खुशी क्या होती है, उनकी ये मौसी हाल ही में अधिकारी बनी थी, उनके चेहरे पर एक अलग सी खुशी थी।

New Delhi, Oct 23 : भले ही हर साल देश में लाखों युवा सिविल सेवा परीक्षा पास करने का सपना देखते हैं, लेकिन इस परीक्षा में चुनिंदा लोगों का चयन होता है, अब आप खुद सोच लीजिए, कि ये परीक्षा कितना टफ होगा, इसे पास कर अधिकारी बनने वाले अभ्यर्थी कितने होनहार होंगे, आज की कहानी एक ऐसी ही प्रतिशाली छात्रा की है, जिन्होने बहुत कम उम्र में ये कामयाबी हासिल की।

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स्वाति मीणा
राजस्थान में जन्मी स्वाति मीणा ने अपनी पढाई अजमेर से की, एक पेट्रोल पंप चलाने वाली मां की इस बेटी ने बचपन से डॉक्टर बनने का सपना देखा, लेकिन 8वीं तक आते-आते उनका ये सपना बदल गया, उन्होने छोटी ही उम्र में कुछ ऐसा देख लिया, कि उनके मन में सिर्फ एक ही बात घर कर गई, कि उन्हें किसी भी हाल में आईएएस अधिकारी बनना है।

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अधिकारी बनने के लिये प्रेरित किया
दरअसल 8वीं में पढने वाले स्वाति जब अपनी मां की चचेरी बहन से मिली, तो उन्हें पता चला कि एक अधिकारी बनने की खुशी क्या होती है, उनकी ये मौसी हाल ही में अधिकारी बनी थी, उनके चेहरे पर एक अलग सी खुशी थी, उनकी इसी खुशी ने स्वाति को अधिकारी बनने के लिये प्रेरित किया, इसके बाद स्वाति ने अपना फैसला कभी नहीं बदला, 12वीं पास करने के बाद जी जान से यूपीएससी परीक्षा की तैयारी में जुट गई।

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पिता ने दिया साथ
उनके इस फैसले सबसे ज्यादा सपोर्ट उनके पिता से मिला, स्वाति मीणा की मां अपने पेट्रोल पंप के काम में बिजी रहती थी, लेकिन उनके पिता हर समय उनके साथ रहे, उन्होने कई बार बेटी का इंटरव्यू भी लिया, जिससे स्वाति को इंटरव्यू राउंड इतना मुश्किल नहीं लगे, स्वाति ने इस परीक्षा की तैयारी में अपनी पूरी ताकत झोंक दी, उनकी कड़ी मेहनत रंग लाई, उन्होने 2007 में यूपीएससी परीक्षा में पूरे देश में 260वां रैंक हासिल किया, बड़ी बात तो ये थी कि उस समय 22 साल की स्वाति अपने बैच की सबसे कम उम्र की आईएएस अधिकारी थी। एमपी कैडर के लिये चुनी गई स्वाति एक निडर और दबंग अधिकारी के रुप में उभर कर सामने आई, मंडला में उनकी पोस्टिंग एक तरफ से यहां के खनन माफिया के लिये काल साबित हुई, उन्होने इन खनन माफियाओं की मिल रही शिकायत पर बिना देर किये एक्शन लेना शुरु कर दिया, एक के बाद एक हो रही कार्रवाई से वहां के खनन माफियाओं के मन में स्वाति का एक अलग ही खौफ बैठ गया था।