छठ के महापर्व में भूलकर भी ना करें ये 7 गलतियां, बाद में पड़ेगा पछताना
छठ महापर्व की आज से शुरुआत हो गई है । अब 11 नवंबर को उगते सूर्य को अर्घ्य देकर व्रत की समाप्ति होगी । उससे पहले जान लें व्रत के कुछ खास नियम ।
New Delhi, Nov 08: छठी मईया की कृपा घर-परिवार पर बनी रहे, अन्न और धन से भंडार भरे रहें इसी कामना के साथ छठ का व्रत किया जाता है । छठी माई संतान भी प्रदान करती हैं, ऐसे में सूर्य सी श्रेष्ठ संतान के लिए भी ये उपवास रखा जाता है । हिंदू धर्म में छठ पूजा को सबसे कठिन व्रत माना जाता है, वजह है इसके सख्त नियम । आगे जानें इस व्रत के वो कौन से नियम है जिनको भंग नहीं कर सकते हैं ।
इन बातों का रखें ख्याल
छठ व्रत रखते हुए कुछ खास बातों का ध्यान रखना आवश्यक है । ऐसी 7 बातें हम आपको आगे बता रहे हैं ।
1. भगवान सूर्य को जिस बर्तन से अर्घ्य देते हैं, वो चांदी, स्टेनलेस स्टील,ग्लास या प्लास्टिक का नहीं होना चाहिए । तांबे-पीतल या कांसे के बर्तन से अर्घ्य देंगे तो लाभ मिलेगा ।
2. ध्यान रखने वाली बात ये कि छठ पूजा का प्रसाद उस जगह पर नहीं बनाना चाहिए जहां खाना बनता हो । पूजा का प्रसाद सिर्फ मिट्टी के चूल्हे पर ही पकाएं ।
3. छठ व्रतियों को बिस्तर पर नहीं सोना चाहिए, व्रत करने वाली महिलाओं को फर्श पर ही चादर बिछाकर सोना चाहिए ।
प्रसाद बनाते हुए रखें ध्यान
4. छठी मईया का प्रसाद बनाते वक्त कुछ ना खाएं, ध्यान रखें प्रसाद बनाते वक्त और पूजा के दौरान हर किसी को साफ-सुथरे कपड़े पहनने चाहिए । बिना हाथ धोए पूजा के किसी भी सामान को न छुएं, खासतौर पर बच्चों को
5. सात्विक भोजन ही करें, लहसुन-प्याज से भी परहेज करें ।
भाषा का ध्यान रखें
6. व्रत रख रहे हैं और दूसरों के लि मन में अपशब्द रखते हैं या अभद्र भाषा का प्रयोग करें तो छठ पूजा का फल कैसे मिलेगा ।
7 . अगर आप व्रती है, तो बिना सूर्य को अर्घ्य दिए जल या भोजन ग्रहण न करें । घर में मांसाहार नहीं पकना चाहिए ।