जरीना बन गई मिथलेश, सपा राज में बनाया गया था मुस्लिम, योगी राज में 5 परिवारों की ‘घर वापसी’
दरअसल 18 साल पहले 5 हिंदू परिवार ने अपना धर्म बदला था, वो मुस्लिम बन गये थे, जिन्हें सोमवार को आर्य समाज मंदिर में हवन यज्ञ कर शुद्धिकरण कराया और हिंदू धर्म में वापसी कराई गई।
New Delhi, Nov 09 : यूपी के मुजफ्फरनगर जिले में 5 मुस्लिम परिवारों द्वारा हिंदू धर्म में वापसी करने का मामला सामने आया है, इन सभी परिवारों ने 18 साल पहले अपना धर्म छोड़ इस्लाम कबूल किया था, जिनका आज मुजफ्फरनगर के बघरा ब्लॉक स्थित आर्य समाज मंदिर में हवन यज्ञ कर शुद्धिकरण कराया गया, उन्हें हिंदू धर्म में वापसी दिलाई गई, इस दौरान सभी परिवारों के सदस्यों के गले में फूलों की माला पहनाई गई, उनका स्वागत किया गया, वहीं गायत्री मंत्र तथा ओम उच्चारण का जाप कराकर उनका शुद्धिकरण कराया गया।
घर वापसी
दरअसल 18 साल पहले 5 हिंदू परिवार ने अपना धर्म बदला था, वो मुस्लिम बन गये थे, जिन्हें सोमवार को आर्य समाज मंदिर में हवन यज्ञ कर शुद्धिकरण कराया और हिंदू धर्म में वापसी कराई गई, इस दौरान आर्य समाज मंदिर के स्वामी यशवीर महाराज ने कहा कि जब यूपी में समाजवादी पार्टी की सरकारी थी, तब कुछ मौलवी और मौलानाओं ने मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, बागपत और रामपुर समेत कई जिलों में घूमकर गरीब तबके के हिंदू परिवारों पर दबाव बनाकर मुस्लिम धर्म में जबरन परिवर्तित करवाया, इसी के साथ जिन परिवारों ने इसका विरोध किया, उन्हें डराया-धमकाया गया, इतना ही नहीं हिंदू धर्म के परिवारों को जेल भेजने तक की बात कही गई, ताकि वो मुस्लिम धर्म अपना लें।
जरीना बनी मिथलेश, लगाये ये आरोप
वहीं मुस्लिम धर्म से हिंदू धर्म में वापसी करने वाली बागपत की एक महिला ने कहा कि उन्हें बहला-फुसलाकर मुस्लिम धर्म में परिवर्तन कराया गया, पहले उनका नाम मिथलेश था, जिसे बदलकर जरीना खातून किया गया था, अब एक बार फिर हिंदू धर्म में वापसी कर जरीना मिथलेश बन गई है, महिला ने कहा कि हमें सपा की सरकार में मुस्लिम धर्म में परिवर्तित किया गया था, लेकिन अब योगी की सरकार में उन्हें उनके धर्म में वापसी कराई गई है।
सपा सरकार पर भी आरोप
स्वामी यशवीर सिंह महाराज ने कहा कि जब यूपी में सपा की सरकार थी, तो कुछ मौलवी और मौलानाओं ने मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, बागपत और रामपुर समेत कई जिलों में घूमकर गरीब हिंदू परिवारों पर दबाव बनाकर उनका मुस्लिम धर्म में परिवर्तन करवाया, इसके साथ ही जिन परिवारों ने इसका विरोध किया, उन्हें डराया धमकाया गया। जिसमें सरकार ने भी इन मौलानाओं की मदद की।