ऐसे कैसे सुधरेगी दिल्ली की हवा? पंजाब में एक दिन में जले साढे 4 हजार जगहों पर पराली

पंजाब के कृषि मंत्री रणदीप सिंह नाभा ने कहा कि पराली जलाने के खिलाफ सरकार तथा प्रशासन के कदम कुछ सार्थक हुए हैं, उन्होने एनजीटी की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि इस बार 51 फीसदी कम स्टबल बर्निग हुई है।

New Delhi, Nov 09 : राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में हाल के दिनों में बढे वायु प्रदूषण के बीच पंजाब में पराली जलाने का सिलसिला जारी है, प्रदेश की पंजाब यूनिवर्सिटी और पीजीआई की इन्वायरमेंट स्वास्थ्य की टीम ने दावा किया है, कि सोमवार को प्रदेश में साढे 4 हजार से ज्यादा जगहों पर पराली जलाई गई, मिली जानकारी के मुताबिक पंजाब यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर डॉ. सुमन मोर और पीजीआई चंडीगढ के डॉ. रविन्द्र खैवाल के आंकड़ों के अनुसार पंजाब-हरियाणा में कल 4685 जगहों पर पराली जलाई गई, जिसमें पंजाब में 4458 तथा हरियाणा में 227 जगहों पर पराली जली, बताया गया है कि अंबाला में पराली जलाने के मामलों में 80 फीसदी तक गिरावट दर्ज की गई है।

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कम जलेगी
पंजाब के कृषि मंत्री रणदीप सिंह नाभा ने कहा कि पराली जलाने के खिलाफ सरकार तथा प्रशासन के कदम कुछ सार्थक हुए हैं, उन्होने एनजीटी की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि इस बार 51 फीसदी कम स्टबल बर्निग हुई है, धीरे-धीरे और कम हो जाएगी, अगर 51 फीसदी कम हुई है, तो अगले साल इससे भी कम पराली जलेगी। Charanjit-Singh-Channi (1) एक ट्वीट में खैरवाल ने कहा आज सोमवार को पंजाब तथा हरियाणा में 4685 से अधिक जगहों पर पराली जलाई गई, पंजाब में सोमवार को 4458 जगहों पर पराली जली, अगले हफ्ते तक इसका पीक होगा, लेकिन वायु प्रदूषण का स्तर बढा हुआ ही रहेगा।

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पराली का 36 फीसदी योगदान
बीते शुक्रवार को सरकार वायु गुणवत्ता पूर्वानुमान एजेंसी सफर के मुताबिक शुक्रवार को दिल्ली में पीएम 2.5 प्रदूषण में पराली जलाने का योगदान 36 फीसदी रहा, जो इस मौसम में अब तक का सबसे अधिक उत्सर्जन है, सफर के संस्थापक परियोजना निदेशक गुफरान बेग ने कहा था, आतिशबाजी से हुए उत्सर्जन के साथ दिल्ली की वायु गुणवत्ता का सूचकांक गंभीर श्रेणी के ऊपरी छोर तक पहुंचा, पराली जलाने से होने वाले उत्सर्जन का हिस्सा शुक्रवार को 36 फीसदी पर पहुंच गया है।

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खराब श्रेणी
वायु गुणवत्ता पूर्वानुमान एजेंसी सफर के अनुसार पराली जलाने की 5450 घटनाएं रविवार को पड़ोसी राज्यों में दर्ज की गई है, जो इस मौसम में सबसे ज्यादा है,  दूसरी ओर सोमवार को जोरदार सतही हवाओं ने राष्ट्रीय राजधानी में प्रदूषण के स्तर को सोमवार को आंशिक रुप से घटाया, दिल्ली में 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) शाम 4 बजे 390 दर्ज किया गया, जो खराब श्रेणी में आता है, विभिन्न एजेंसियों ने ये जानकारी दी है, वहीं मंगलवार सुबह दिल्ली में एक्यूआई 434 था।