चाचा-भतीजे का खेल बिगाड़ने में जुटी बुआ, रचा चक्रव्यूह, जानिये क्या है प्लान

पिछले विधानसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन के बाद मायावती फिर से अपने पुराने वोट बैंक पर फोकस करने में जुट गई है, बसपा दलित तथा ब्राह्मण वोट बैंक पर फिर से भरोसा करते हुए इस बार दलितों तथा सवर्णों को ठीक संख्या में मैदान में उतारा है।

New Delhi, Jan 28 : जैसे-जैसे चुनाव की तारीखें नजदीक आ रही है, यूपी विधानसभा चुनाव की लड़ाई दिलचस्प होते जा रही है, यूपी की राजनीति में चाचा-भतीजे की जोड़ी को झटका देने की तैयारी में बुआ जुट गई है, बसपा सुप्रीमो मायावती ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव और उनके चाचा शिवपाल को घेरने के लिये फूलप्रूफ प्लान बना लिया है, यूपी चुनाव के चढते सियासी पारे के बीच मायावती ने बड़ा दांव खेलते हुए सपा प्रमुख अखिलेश यादव और शिवपाल यादव के खिलाफ सामान्य सीट होते हुए भी दलित उम्मीदवार को टिकट दिया है, बसपा ने जहां करहल सीट से कुलदीप नारायण को उम्मीदवार बनाया है, तो वहीं जसवंत नगर से ब्रजेन्द्र प्रताप सिंह को उम्मीदवार बनाया है। आपको बता दें कि करहल सीट से अखिलेश सपा उम्मीदवार हैं, जो पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं, वहीं जसवंतनगर से शिवपाल चुनावी मैदान में हैं।

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पुराने वोटबैंक पर नजर
दरअसल पिछले विधानसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन के बाद मायावती फिर से अपने पुराने वोट बैंक पर फोकस करने में जुट गई है, बसपा दलित तथा ब्राह्मण वोट बैंक पर फिर से भरोसा करते हुए इस बार दलितों तथा सवर्णों को ठीक संख्या में मैदान में उतारा है, अखिलेश चूंकि काफी सेफ मानी जाने वाली करहल सीट से चुनावी मैदान में हैं, mayawati तो बसपा भी उन्हें किसी तरह से वॉकओवर देने के मूड में नहीं दिख रही, बसपा करहल की लड़ाई क और दिलचस्प बनाना चाहती है, यही वजह है कि उसने इस सीट पर बड़ा दांव खेला है, सामान्य सीट होते हुए भी दलित उम्मीदवार को उतारकर ये संदेश देने की कोशिश की है, बसपा का अब भी भरोसा दलित पर ही है।

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जमीनी स्तर के कार्यकर्ता
सूत्रों की मानें, तो कुलदीप नारायण और ब्रजेन्द्र प्रताप सिंह दोनों जाटव समुदाय से आते हैं, तथा बसपा के जमीनी स्तर के कार्यकर्ता हैं, दोनों मैनपुरी और इटावा में पार्टी के आधार को मजबूत करने के काम में जुटे हुए थे, ये दोनों पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ेंगे, आपको बता दें कि बसपा ने गुरुवार को 53 उम्मीदवारों की नई सूची जारी करते हुए बताया कि mayawati (1) पार्टी ने यूपी विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण की अधिकांश सीटों के लिये उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर दी है, इससे पहले पार्टी के वरिष्ठ नेता सतीश चंद्र मिश्रा ने कहा कि बसपा 403 में से 300 सीटों के लिये उम्मीदवारों के नाम फाइनल कर दिये हैं, उन्होने इनमें से एक तिहाई दलित उम्मीदवार होने की भी बात कही थी, साथ ही बताया था कि आने वाले समय में दलित उम्मीदवारों की संख्या बढ सकती है, क्योंकि 100 से ज्यादा सीटों के लिये उम्मीदवारों के नामों पर अंतिम मुहर लगना बाकी है।

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पहला विधानसभा चुनाव
आपको बता दें कि अखिलेश पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं, उन्होने करहल सीट से चुनाव लड़ने की घोषणा की है, अखिलेश के करहल सीट चुनने की वजह ये रही है shivpal akhilesh क्योंकि इस सीट पर 7 बार सपा का कब्जा रहा है, इस वजह से उन्होने इस सीट का चयन किया है, ताकि वो पूरे यूपी के चुनाव पर फोकस कर सके।