अमनमणि त्रिपाठी को टिकट मिलते ही सास ने खोला मोर्चा, हुआ था प्यार का दुखद अंत

अमनमणि को टिकट मिलने के बाद उनकी सास सीमा सिंह ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है, इसके साथ ही उन्होने कहा कि एक तरफ मायावती कानून की बात करती है, तो दूसरी ओर कानून हाथ में लेने वाले को बसपा का उम्मीदवार बनाती है।

New Delhi, Feb 11 : यूपी चुनाव में इस बार काफी दागियों को टिकट दिया गया है, दागियों को टिकट देने का फैसला कई पार्टियों पर भारी भी पड़ सकता है, पत्नी की हत्या के आरोपित अमनमणि त्रिपाठी को बहुजन समाज पार्टी ने अपना उम्मीदवार घोषित किया है, अमनमणि को टिकट मिलने के बाद उनकी सास सीमा सिंह ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है, इसके साथ ही उन्होने कहा कि एक तरफ मायावती कानून की बात करती है, तो दूसरी ओर कानून हाथ में लेने वाले को बसपा का उम्मीदवार बनाती है, इस तरह कैसे प्रदेश में मां-बहनों की रक्षा हो सकेगा।

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मधुमिता शुक्ला की बहन भी उतरी
कवियित्री मधुमिता शुक्ला की बहन निधि शुक्ला ने भी अमन को टिकट देने पर नाराजगी जाहिर की है, निधि ने कहा कि जब मायावती मुख्यमंत्री थी, तो वो मधुमिता हत्याकांड में न्याय दिलवा रही थी, लेकिन आज वो उसी आरोपित को अपनी पार्टी का टिकट दे रही हैं, ये कैसा न्याय है, मायावती से अपील है कि वो ऐसे अपराधियों को पार्टी से बाहर निकालें, अगर ऐसा नहीं होता है, तो पूरे प्रदेश में ब्राह्मण और क्षत्रिय बसपा का विरोध करेंगे, आपको बता दें कि 7 फरवरी को बसपा ने अमनमणि त्रिपाठी को महाराजगंज जिले के नौतनवां विधानसभा से उम्मीदवार बनाया है, अमन इस सीट से मौजूदा विधायक हैं।

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लव स्टोरी का दुखद अंत
अमनममणि त्रिपाठी और सारा सिंह की लव स्टोरी का अंत काफी दुखद रहा था, 9 जुलाई 2015 को संदिग्ध हालत में सारा सिंह की मौत हो गई थी, जबकि वो अमनमणि त्रिपाठी के साथ दोपहर में कार पर सवार होकर लखनऊ से दिल्ली की ओर जा रही थी, कार का एक्सीडेंट हुआ, जिसमें सारा की मौत हो गई, तथा अमनमणि को कुछ नही हुआ था।

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सीबीआई कर रही जांच
इस केस में अमनमणि त्रिपाठी को आरोपित बनाया गया है, सीबीआई मामले की जांच कर रही है, इसके साथ ही उनके पिता तथा पूर्व मंत्री अमर मणि त्रिपाठी और माता मधु मणि त्रिपाठी 2003 में लखनऊ में कवियित्री मधुमिता शुक्ला हत्याकांड में दोषी ठहराये जाने के बाद पहले से ही जेल में बंद हैं।