यूपी चुनाव में रुस-यूक्रेन युद्ध की एंट्री, जयंत चौधरी ने पीएम मोदी को दी बड़ी नसीहत
जयंत चौधरी ने ट्वीट कर लिखा है कि यूपी विधानसभा चुनाव के बाद जब पेट्रोल-डीजल के भाव सीधे 10 रुपये बढाये जाएंगे, तब जो परिस्थिति बनेगी, उसकी योजना आज बननी चाहिये।
New Delhi, Feb 24 : रुस तथा यूक्रेन के बीच छिड़ी जंग के बीच एक बार फिर दुनिया तीसरे विश्व युद्ध के मुहाने पर खड़ी है, वैसे तो रुस ने यूक्रेन पर हमला कर दिया है, भारत अभी भी तटस्थ खड़ा है, लेकिन यूपी विधानसभा चुनाव में इस युद्ध की एंट्री हो चुकी है, पीएम मोदी ने चुनाव प्रचार के दौरान इस युद्ध को लेकर इशारों ही इशारों में कहा कि देश को मुश्किल समय का सामना करना पड़ सकता है, अब राष्ट्रीय लोकदल तथा चुनाव में सपा के सहयोगी जयंत चौधरी ने ट्वीट पर पीएम को नसीहत दी है, उन्होने कहा कि चुनाव बाद पेट्रोल-डीजल की कीमत में 10 रुपये प्रति लीटर की वृद्धि हो जाएगी, लिहाजा जयंत चौधरी ने पीएम को नसीहत दी है कि खर्च पर लगाम लगाया जाए।
10 रुपये बढेंगे भाव
जयंत चौधरी ने ट्वीट कर लिखा है कि यूपी विधानसभा चुनाव के बाद जब पेट्रोल-डीजल के भाव सीधे 10 रुपये बढाये जाएंगे, तब जो परिस्थिति बनेगी, उसकी योजना आज बननी चाहिये, मोदी सरकार को तेल पर शुल्क घटाने पड़ेंगे, साथ ही बजट में जो विकास के लक्ष्य रखे हैं, वो संभव नहीं, व्यय पर लगाम लगाना आवश्यक है।
सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट को तत्काल रोके सरकार
एक अन्य ट्वीट में जयंत चौधरी ने लिखा है, रुस-यूक्रेन टकराव तथा इसका क्रूड और अन्य अंतरराष्ट्रीय व्यापार पर होने वाले असर को देखते हुए आरबीआई को वृद्धि अनुमान, मुद्रास्फीति तथा ब्याज दरों पर रुख की समीक्षा करनी चाहिये, भारत सरकार को व्यर्थ के खर्चे, (सेंट्रल विस्टा) को रोककर तेल उपभोक्ताओं को राहत देनी चाहिये।
मदद की गुहार
दरअसल रुस द्वारा यूक्रेन के हमले के बाद ही मास्को शेयर मार्किट में 45 फीसदी की गिरावट देखी गई, इसस संघर्ष का असर भारत समेत तमाम शेयर बाजार में देखने को मिल रहा है, इस बीच भारत में यूक्रेन के राजदूत ने पीएम मोदी से मदद की गुहार लगाई है, उनका कहना है कि विश्व में शांति सिर्फ पीएम मोदी ही ला सकते हैं, यूक्रेन के राजदूत ने भारत से गुहार लगाई है कि वो रुसी राष्ट्रपति पुतिन से बात करें, दुनिया को तीसरे विश्वयुद्ध के संकट से बाहर निकाले।
उत्तर प्रदेश के चुनाव के बाद जब पेट्रोल डीज़ल के भाव सीधा १० रुपय बढ़ाए जाएँगे, तब जो परिस्थिति बनेंगी, उसकी योजना आज बननी चाहिए।मोदी सरकार को तेल पर शुल्क घटाने पड़ेंगे!
साथ ही बजट में जो विकास के लक्ष्य रखे हैं, वो संभव नहीं…. व्यय पर लगाम लगाना आवश्यक है!!
— Jayant Singh (@jayantrld) February 24, 2022