शाहीन बाग ड्रग्स केस का आतंकवाद से सीधा कनेक्शन, NCB चीफ ने खोला पूरा राज

एनसीबी चीफ एसएस प्रधान ने बताया कि इसका एक पूरा सिंडिकेट है, ये सिंडिकेट समुद्री तथा साथ ही जमीन सीमा मार्गों के माध्यम से भारत में माल की तस्करी कर रहे हैं।

New Delhi, Apr 29 : दिल्ली के शाहीन बाग में नार्कोटिक्स विभाग ने छापेमारी में ड्रग्स की बड़ी खेप बरामद की है, ड्रग्स के नाम आते ही अकसर बॉलीवुड और मुंबई का नाम भी जेहन में आता होगा, एक्टर सुशांत सिंह राजपूत के सुसाइड केस के बाद ड्रग्स का मामला खूब उछला था, दिल्ली में ड्रग्स की इतनी बड़ी खेप मिलने के बाद अधिकारी भी सकते में हैं, एनसीबी चीफ एसएस प्रधान ने ड्रग्स को लेकर कई खुलासे किये हैं।

Advertisement

ड्रग्स का पूरा सिंडिकेट
एनसीबी चीफ एसएस प्रधान ने बताया कि इसका एक पूरा सिंडिकेट है, ये सिंडिकेट समुद्री तथा साथ ही जमीन सीमा मार्गों के माध्यम से भारत में माल की तस्करी कर रहे हैं, ये लोग विभिन्न सामानों के साथ हेरोइन की तस्करी करते हैं, बाद में कुछ अफगान नागरिकों की मदद से भारतीय समकक्ष उन सामानों से हेरोइन को निकालते हैं, उन्होने ये भी कहा कि हाल ही में अफगानिस्तान की तालिबान सरकार ने खेती पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की, लेकिन प्रतिबंध के बाद निर्यात और बाहर अवैध तस्करी में वृद्धि होती दिख रही है।

Advertisement

ड्रग्स का आतंक कनेक्शन
जांच से पता चलता है कि दिल्ली के शाहीन बाग में 100 करोड़ रुपये के ड्रग का आतंकवाद से कनेक्शन है, इसके दुबई, अफगानिस्तान और पाक से संबंध हैं, मामले में और भी लोग शामिल हैं, एनसीबी के ही उप महानिदेशक एसके सिंह ने बताया कि हमें क स्त्रोत से इनपुट मिला था कि शाहीन बाग के एक अपार्टमेंट में भारी मात्रा में हेरोइन है, हमारी टीम ने 50 किलो हेरोइन, 47 किलो संदिग्ध नशीले पदार्थ 30 लाख रुपये नकद और एक नोट गिनने की मशीन बरामद की है।

Advertisement

कैसे होती है स्मगलिंग
प्रधान ने बताया कि मामले में हमने एफआईआर दर्ज कर एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, हम बहुत जल्द और लोगों को गिरफ्तार करने वाले हैं, शुरुआती जांच से ये भी पता लग रहा है कि इसके पीछे बहुत बड़ा अंतरराष्ट्रीय सिंडिकेट है, जो दुबई से चल रहा है, इस सिंडिकेट में भारतीयों के साथ, अफगानिस्तान, पाक के भी लोग शामिल हैं, ये लोग पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, यूपी, उत्तराखंड जैसे प्रदेशों में सप्लाई करते हैं, जमीन और समंदर के रास्ते ये लोग सामानों के जरिये तस्करी करते हैं।

Advertisement