बैरिस्टर साहब, जिनकी शेरवानी खुद मैली हो… नुपूर शर्मा केस में रुबीना की एंट्री, ओवैसी से सीधा सवाल

ओवैसी पर तंज कसते हुए रुबीना खानम ने कहा बैरिस्टर साहब जिनकी शेरवानी खुद मैली हो, वो दूसरों को धोबी घाट का पता नहीं बताया करते और मुझे पीड़ा तब भी होती है, जब अरब देश जिस तरह से हमारे देश पर उंगली उठाने का काम कर रहे हैं।

New Delhi, Jun 08 : अपनी बयानबाजी की वजह से समाजवादी पार्टी से बाहर की गई पूर्व महानगर अध्यक्ष रुबीना खानम ने इस बार नुपूर शर्मा प्रकरण पर अरब देशों को नसीहत दी है, रुबीना ने कहा कि इस समय हिंदुस्तानी मुसलमानों को अपने देश हिंदुस्तान का साथ देना चाहिये, इसके साथ ही रुबीना ने बीजेपी की तारीफ भी की है।

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क्या कहा
रूबीना खानम ने कहा नुपूर शर्मा ने जिस तरह से हमारे पैगंबर मोहम्मद साहब के ऊपर अपमानजनक टिप्पणी की है, उससे मैं बहुत आहत हूं, और उसकी निंदा करती हूं, क्योंकि किसी भी धर्म के अराध्यों का अपमान करना हमारे देश की संस्कृति नहीं है, और मैं इसके लिये बीजेपी ने जिस तरह से अपनी प्रवक्ता नुपूर शर्मा को पार्टी से निकाला, उसकी सराहना करती हूं।

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बीजेपी की तारीफ
पूर्व सपा नेता ने कहा बीजेपी का फैसला भारत के भाईचारे एकता और अखंडता को मजबूत करने के लिये एक सराहनीय कदम है, लेकिन मुझे पीड़ा तब होती है, जब असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी के नेता और विधायक अकबरुद्दीन ओवैसी भारत के 100 करोड़ हिंदुओं के अराध्य का अपमान करते हैं, उन पर आपत्तिजनक टिप्पणी करते हैं, लेकिन वो बरी हो जाते हैं। रुबीना ने कहा नुपूर शर्मा प्रकरण पर ओवैसी साहब जिस तरह से उछल-उछल कर सवाल जवाब कर रहे हैं, तो मैं ओवैसी साहब से पूछना चाहती हूं, कि जब आपकी पार्टी के नेता 100 करोड़ हिंदूओं की आस्था का अपमान करते हैं, उनकी धार्मिक भावनाओं को भड़काने का काम करते हैं, तो आपने क्या कार्रवाई की थी।

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आपकी शेरवानी खुद मैली है
ओवैसी पर तंज कसते हुए रुबीना खानम ने कहा बैरिस्टर साहब जिनकी शेरवानी खुद मैली हो, वो दूसरों को धोबी घाट का पता नहीं बताया करते और मुझे पीड़ा तब भी होती है, जब अरब देश जिस तरह से हमारे देश पर उंगली उठाने का काम कर रहे हैं, लेकिन जब म्यांमार में लाखों मुसलमानों का नरसंहार होता है, उनका देश निकाला होता है, Asaduddin owaisi तब ये अरब देश खामोश रहते हैं। रुबीना ने कहा जब फिलिस्तीन में मुसलमानों के साथ अत्याचार होते हैं, तो भी सभी मुसलमान देश खामोश रहते हैं, हमारे देश पर उंगली उठा रहे अरब देशों का सलेक्टिव अप्रोच है, इसलिये हम भारत के मुसलमानों को इस पर तवज्जो नहीं देना चाहिये, अपने देश के साथ खड़े रहना चाहिये। क्योंकि ये हमारे देश को बदनाम करने का षडयंत्र है।