पिता से बीजेपी ने किया था ‘परहेज’, फिर बेटे को सीएम खट्टर ने क्यों भेजा राज्यसभा, Inside Story

विनोद शर्मा ने कांग्रेस छोड़ने के बाद बीजेपी में जाने की कोशिश की थी, लेकिन जब बात नहीं बनी, तो उन्होने एक अलग राजनीतिक पार्टी हरियाणा जन चेतना पार्टी का गठन किया था।

New Delhi, Jun 13 : हरियाणा राज्यसभा चुनाव में बीजेपी ने निर्दलीय उम्मीदवार कार्तिकेय शर्मा को समर्थन किया था, उन्हें जीत भी दिलाई, कार्तिकेय कारोबार जगत से जुड़े हैं, मीडिया हाउस से लेकर होटल चेन तक के मालिक हैं, वो पूर्व मंत्री विनोद शर्मा के बेटे हैं, जो एक दौर में कांग्रेस के कद्दावर नेता थे, ऐसे में सवाल ये है कि कार्तिकेय का बीजेपी ने समर्थन क्यों किया, बीजेपी सूत्रों का कहना है कि सीएम मनोहर लाल खट्टर और विनोद शर्मा के बीच बीते कुछ दिनों से रिश्ते मजबूत हुए हैं, यही नहीं खट्टर ने ही कार्तिकेय के लिये वोट जुटाने की कोशिश की, अब उनकी जीत से शर्मा परिवार और बीजेपी के बीच नये रिश्तों की शुरुआत हो सकती है।

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कार्तिकेय की मां अंबाला की मेयर
विनोद शर्मा ने कांग्रेस छोड़ने के बाद बीजेपी में जाने की कोशिश की थी, लेकिन जब बात नहीं बनी, तो उन्होने एक अलग राजनीतिक पार्टी हरियाणा जन चेतना पार्टी का गठन किया था, उनकी पत्नी शक्ति रानी शर्मा फिलहाल अंबाला नगर निगम की मेयर है, इससे उनके परिवार का रसूख समझा जा सकता है, विनोद शर्मा और बीजेपी के रिश्तों की शुरुआत 2014 से होती है,  तब विनोद शर्मा ने कांग्रेस छोड़ी थी, वो तब कुलदीप बिश्नोई की पार्टी हजकां में शामिल होने की तैयारी में थे, लेकिन पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने तब उनका विरोध किया था, तब कुलदीप बिश्नोई की पार्टी एनडीए के साथ थी, दरअसल विनोद शर्मा के दूसरे बेटे मनु शर्मा जेसिका लाल हत्याकांड के मुख्य अभियुक्त थे, इसी वजह से बीजेपी ने उन्हें अपनी पार्टी में शामिल करने से परहेज किया था।

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अरविंद शर्मा से परेशान हैं खट्टर और बीजेपी
हालांकि अब स्थितियां बदल चुकी है, बीजेपी को हरियाणा में एक भरोसमंद ब्राह्मण नेता की तलाश है, क्योंकि रोहतक सांसद अरविंद शर्मा ने सीएम खट्टर के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है, पिछले दिनों रोहतक के एक गांव में ब्राह्मणों के प्रदर्शन का नेतृत्व भी अरविंद शर्मा ने किया था, इस दौरान उन्होने बीजेपी सरकार पर हमला भी बोला था, ऐसे में बीजेपी उनकी काट और ब्राह्मण नेतृत्व दोनों की तलाश में है, माना जा रहा है कि उनकी काट के लिये ही कार्तिकेय को पार्टी ने राज्यसभा भेजने का काम किया है, विनोद शर्मा का हरियाणा की गैर-जाट बिरादरियों खासकर ब्राह्मणों में अच्छी पकड़ मानी जाती है।

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बीजेपी में होगी विनोद शर्मा की एंट्री
ऐसी स्थिति में बीजेपी उनके बेटे कार्तिकेय शर्मा में संभावनाएं देख रही है, अरविंद शर्मा पार्टी को अकसर असहज करते रहे हैं, उन्होने कई बार खुले तौर पर सीएम खट्टर की आलोचना की है, हालांकि अभी भी विनोद शर्मा की एंट्री को लेकर कोई फैसला नहीं हुआ है, पार्टी सूत्रों का दावा है कि ठोस प्रस्ताव के साथ ही इस पर फैसला लिया जाएगा।