भारतीय गेहूं को लेकर UAE का बड़ा फैसला, जबरदस्त ट्रोल होने लगी एक्ट्रेस ऋचा चड्ढा

ट्रेड सूत्रों का दावा है कि भारत नहीं चाहता कि दुबई और अबूधाबी में निर्यात किया गया उनका गेहूं किसी अन्य देश में भेजा जाए, भारत चाहता है कि यूएई की घरेलू खपत के लिये इसका इस्तेमाल किया जाए।

New Delhi, Jun 16 : यूएई का भारत से आयात किये गये गेंहू तथा आटे को देश से बाहर बेचने पर रोक लगाने का फैसला कल से ही चर्चा में है, ये फैसला एक तरह से आश्वासन है कि भारत से यूएई में गेंहू का जो भी आयात हुआ है, उसका इस्तेमाल यूएई की घरेलू खपत के लिये ही किया जाएगा। यूएई के इस ऐलान के बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने रिएक्ट करना शुरु कर दिया, कुछ लोग इस खबर को गलत समझ बैठे और यूएई पर निशाना साधने लगे, उन्हें लगा कि यूएई ने भारत से गेहूं खरीदने पर ही रोक लगा दी है।

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ऋचा चड्ढा का ट्वीट
एक्ट्रेस ऋचा चड्ढा ने भी यूएई के इस फैसले को गलत संदर्भ में समझकर ट्वीट कर दिया, जिसके बाद वो काफी ट्रोल होने लगे, उन्होने इसे पैगंबर पर बीजेपी नेताओं की विवादित बयान से जोड़ते हुए कहा नफरत फैलाने के वैश्विक आर्थिक दुष्परिणाम। हालांकि बाद में ऋचा को गलती का एहसास हुआ, तो उन्होने ट्वीट डिलीट कर माफी मांगी।

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क्या है असली वजह
ट्रेड सूत्रों का दावा है कि भारत नहीं चाहता कि दुबई और अबूधाबी में निर्यात किया गया उनका गेहूं किसी अन्य देश में भेजा जाए, भारत चाहता है कि यूएई की घरेलू खपत के लिये इसका इस्तेमाल किया जाए, जिसमें वहां काम कर रहे प्रवासी भारतीय मजदूरों की मुश्किलें भी कम हों। भारत ने 13 मई को गेहूं के निर्यात पर बैन लगा दिया था, हालांकि इससे पहले जिन देशों के साथ गेहूं निर्यात को लेकर करार हो चुका था, उन्हें बाद में गेहूं भेजा गया। भारत ने 2021-22 में यूएई को 4.71 लाख टन गेहूं निर्यात किया, जिसकी कीमत 13.652 करोड़ डॉलर है।

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गेहूं खरीद रहे देशों से लिखित आश्वासन
रिपोर्ट्स के अनुसार भारत ने उन देशों से लिखित आश्वासन मांगा है, जो उनसे गेहूं खरीद रहे हैं, भारत का कहना है कि ऐसे देश लिखित में आश्वासन दें कि वो उनके गेहूं का किसी अन्य देश में निर्यात नहीं करेंगे, इसके साथ ही भारत के गेहूं का इस्तेमाल मानव खपत में ही किया जाएगा। बुधवार को यूएई ने भारत से खरीदे गये गेहूं और आटे के किसी अन्य देश में निर्यात पर 4 महीने की रोक लगा दी थी।