अग्निपथ- 1 करोड़ का बीमा, 30 दिन छुट्टी, और भी बहुत कुछ, वायुसेना ने जारी की भर्ती की पूरी डिटेल

भारतीय वायुसेना ने कहा कि वायुसेना में इनकी भर्ती एयरफोर्स एक्ट 1950 के तहत चार साल के लिये होगी, वायुसेना में अग्निवीरों का एक अलग रैंक होगा, जो मौजूदा रैंक से अलग होगा।

New Delhi, Jun 19 : अग्निपथ स्कीम में अग्निवीरों की भर्ती के लिये भारतीय वायुसेना ने डिटेल्स अपनी वेबसाइट पर जारी कर दी है, इस डिटेल के मुताबिक 4 साल की सेवा के दौरान अग्निवीरों की वायुसेना की ओर से कई सुविधाएं दी जाएंगी, जो स्थायी वायुसैनिकों को मिलने वाली सुविधाओं के अनुसार ही होगी, वायुसेना की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक अग्निवीरों को सैलरी के साथ हार्डशिप एलाउंस, यूनिफॉर्म एलाउंस, कैंटीन सुविधा, तथा मेडिकल सुविधा भी मिलेगी, ये सुविधाएं एक रेगुलर सैनिक को मिलती है।

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ये सुविधा भी
अग्निवीरों को सेवा काल के दौरान ट्रेवल एलाउंस भी मिलेगा, इसके अलावा उन्हें साल में 30 दिन की छुट्टी मिलेगी, उनके लिये मेडिकल लीव का व्यवस्था अलग है, अग्निवीरों को सीएसडी कैंटीन की भी सुविधा मिलेगी, air force अगर दुर्भाग्यवश किसी अग्निवीर की सेवा (4 साल) काल के दौरान मौत होती है, तो उसके परिवार को इंश्योरेंस कवर मिलेगा, इसके तहत उनके आश्रित को 1 करोड़ रुपये मिलेंगे।

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परफॉरमेंस के आधार पर मिलेगा रेगुलर कैडर
भारतीय वायुसेना ने कहा कि वायुसेना में इनकी भर्ती एयरफोर्स एक्ट 1950 के तहत चार साल के लिये होगी, वायुसेना में अग्निवीरों का एक अलग रैंक होगा, जो मौजूदा रैंक से अलग होगा, अग्निवीरों को अग्निपथ स्कीम की सभी शर्तों को मानना होगा, जिन अग्निवीरों की वायुसेना में नियुक्ति के समय उम्र 18 साल से कम होगी, उन्हें अपने माता-पिता या अभिभावक से अपनी नियुक्ति पत्र पर हस्ताक्षर करवाना होगा, 4 साल की सेवा के बाद 25 फीसदी अग्निवीरों को रेगुलर कैडर में लिया जाएगा, इन 25 फीसदी अग्निवीरों की नियुक्ति सेवा काल में उनके सर्विस के परफॉरमेंस के आधार पर की जाएगी।

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सम्मान, अवॉर्ड के हकदार
वायुसेना के मुताबिक अग्निवीर सम्मान और अवॉर्ड के हकदार होंगे, अग्निवीरों को वायुसेना की गाइडलाइंस के मुताबिक ऑनर्स और अवॉड्स दिये जाएंगे, वायुसेना में भर्ती होने के बाद अग्निवीरों को सेना की जरुरत के अनुसार ट्रेनिंग दी जाएगी। अग्निवीरों को 4 साल के सेवा काल के दौरान 48 लाख रुपये का बीमा कवर मिलेगा, इसके अलावा उन्हें 44 लाख रुपये की एकमुश्त राशि दी जाएगी, इसके अलावा 4 साल की नौकरी में जितनी सेवा बची रहेगी उसकी सैलरी भी उनके आश्रित को दी जाएगी, इसके अलावा अग्निवीर के सेवानिधि फंड में जितने पैसे जमा हुए होंगे, उसमें से सरकार का योगदान तथा उस पर ब्याज भी अग्निवीर के परिवार को दिया जाएगा। ड्यूटी के दौरान विकलांग होने पर अग्निवीरों को एक्स-ग्रेशिया 44 लाख रुपये मिलेंगे, साथ ही जितनी नौकरी बची है उसकी पूरी सैलरी मिलेगी, इसके अलावा सेवा निधि का पैकेज भी मिलेगा, हालांकि विकलांगता की सीमा के मुताबिक अग्निवीरों को मिलने वाली राशि कम या ज्यादा हो सकती है। सेवा खत्म होने के बाद एक विस्तृत स्किल सर्टिफिकेट दिया जाएगा, इस प्रमाण पत्र में अग्निवीरों का कौशल और उनकी योग्यता का वर्णन होगा।