राष्ट्रपति चुनाव: शरद-फारुक के NO के बाद बीजेपी के पूर्व मंत्री पर दांव लगाने की तैयारी में विपक्ष
राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष को एकजुट करने के लिये पश्चिम बंगाल की सीएम तथा टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी कोशिश कर रही है, उन्होने 15 जून को दिल्ली में विपक्षी दलों की एक मीटिंग बुलाई थी।
New Delhi, Jun 20 : देश के नये राष्ट्रपति के लिये चुनाव 18 जुलाई को होगा, वोटों की गिनती 21 जुलाई को होगी, 29 जून तक नामांकन भरने का आखिरी दिन है, इसके लिये अब सिर्फ 9 दिन बाकी बचे हैं, सत्ता पक्ष हो,. या विपक्ष, दोनों की ओर से अब तक उम्मीदवार का नाम फाइनल नहीं हो पाया है, विपक्ष एनसीपी प्रमुख शरद पवार और नेशनल कांफ्रेंस अध्यक्ष फारुक अब्दुल्ला के नाम पर विचार कर रहा था, लेकिन दोनों नेताओं ने इस ऑफर को ठुकरा दिया है।
ममता बनर्जी कर रही कोशिश
राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष को एकजुट करने के लिये पश्चिम बंगाल की सीएम तथा टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी कोशिश कर रही है, उन्होने 15 जून को दिल्ली में विपक्षी दलों की एक मीटिंग बुलाई थी, जिसमें आम आदमी पार्टी, तेलंगाना की टीआरएस, ओडिशा की बीजेडी और आंध्र प्रदेश की वाईएसआर कांग्रेस जैसी पार्टियां शामिल नहीं हुई थी।
शरद पवार ने खुद को किया अलग
विपक्षी दलों की मीटिंग के बाद ममता बनर्जी, शरद पवार तथा विपक्ष के कई नेताओं ने संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस की, जिसमें शरद पवार ने खुद की उम्मीदवारी को नकारते हुए कहा कि जल्द ही विपक्ष की ओर से उम्मीदवार के नाम का ऐलान किया जाएगा, वहीं ममता बनर्जी ने कहा कि अगर शरद पवार तैयार हों, तो पूरा विपक्ष उन्हें समर्थन देने के लिये तैयार है, उनके मना करने की स्थिति में दूसरे नामों पर विचार किया जाएगा, शरद पवार के मना करने के बाद जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम फारुक अब्दुल्ला का नाम सामने आया, हालांकि उन्होने ऑफर ठुकरा दिया, एनसी अध्यक्ष ने बयान जारी कर कहा कि मैं भारत के राष्ट्रपति पद के लिये संभावित संयुक्त विपक्षी उम्मीदवार के रुप में अपने नाम के विचार को वापस लेता हूं, मेरा मानना है कि जम्मू-कश्मीर एक महत्वपूर्ण मोड़ से गुजर रहा है, इस अनिश्चित समय में नेविगेट करने में मदद के लिये मेरे प्रयासों की जरुरत है।
अब इन नामों पर चर्चा
गोपालकृष्ण गांधी
पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल गोपालकृष्ण गांधी का नाम भी रेस में बताया जा रहा है, गोपालकृष्णा गांधी महात्मा गांधी के पोते हैं, वो आईएएस अधिकारी रह चुके हैं, आपको बता दें कि गोपालकृष्ण गांधी इससे पहले विपक्ष की ओर से संयुक्त तौर पर उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार थे, लेकिन तब वो एनडीए के वैंकेया नायडू से चुनाव हार गये थे।
ये नाम भी शामिल
पूर्व केन्द्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा के नाम की भी खूब चर्चा हो रही है, यशवंत सिन्हा बीजेपी के दिग्गज नेता रह चुके हैं, वो वित्त और विदेश मंत्रालय संभाल चुके हैं, हालांकि अब टीएमसी में हैं।