क्या होती है X, Y और Z सुरक्षा? किन्‍हें दी जाती है ये एलीट सुरक्षा?

वीआईपी सुरक्षा प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति, मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री, सांसद, विधायक, पार्षद, नौकरशाह, पूर्व नौकरशाह, जज, पूर्व जज, बिजनेसमैन, क्रिकेटर, फिल्मी कलाकार, साधु-संत या आम नागरिक किसी को भी दी जा सकती है ।

New Delhi, Jul 14: हमारे देश में कई ऐसे लोग हैं जिन्‍हें एलीट क्‍लास की सिक्‍योरिटी दी गई है । अलग-अलग सुरक्षा कैटेगरी का कवर भी अलग तरह का होता है । वीडियो में आपको बताते हैं ये X, Y और Z सुरक्षा क्या होती है… किन लोगों को दी जाती है और कैसे ये सारा खाका तय होता है । ये तो हम सभी जानते हैं कि हमारे देश में प्रधानमंत्री से लेकर नेताओं, मंत्रियों और अन्य विशेष लोगों को अलग अलग तरह की सुरक्षाएं प्रदान की जाती हैं ।

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पूर्व प्रधानमंत्रियों, देश के खास मंत्रियों को आमतौर पर जेड प्लस सुरक्षा दी जाती है, securएसपीजी के बाद ये देश की दूसरी सबसे खास सुरक्षा है ।किसे जेड प्लस सुरक्षा देना है, इसका फैसला केंद्र सरकार करती है ।खुफिया विभागों द्वारा हासिल सूचना के आधार पर जेड प्लस और अन्य तरह की सुरक्षा वीआईपी लोगों को दी जाती है ।
भारत में सुरक्षा व्यवस्था को चार कैटेगरी में बांटा गया है-
जेड प्लस (Z+), सबसे उच्चतम स्तर, इसके बाद जेड (Z), वाई (Y) और एक्स (X)  ।सरकार इस बात का निर्णय खुद लेती कि इन चार श्रेणियों में किसे कौन से स्तर की सुरक्षा देनी है, ऐसा खतरे के आधार पर तय होता है । यह वीआईपी सुरक्षा प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति, मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री, सांसद, विधायक, पार्षद, नौकरशाह, पूर्व नौकरशाह, जज, पूर्व जज, बिजनेसमैन, क्रिकेटर, फिल्मी कलाकार, साधु-संत या आम नागरिक किसी को भी दी जा सकती है ।

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जेड प्लस (Z+)सुरक्षा
जेड प्लस सुरक्षा देश की दूसरी बड़ी सुरक्षा है, इसमें 36 से 55 सुरक्षाकर्मी होते है ।  इनमें 10 एनएसजी और SPG कमांडो होते हैं । कुछ पुलिस कर्मी, ITBP  और सीआरपीएफ के जवान भी सुरक्षा में तैनात होते हैं । इस सुरक्षा में पहले घेरे की ज़िम्मेदारी एनएसजी की होती है जबकि दूसरी परत एसपीजी कमांडो की होती है । Z+ सुरक्षा में एस्कॉर्ट्स और पायलट वाहन भी दिए जाते हैं ।
जेड प्लस सुरक्षा किन्‍हें मिलती है?
देश के उपराष्ट्रपति, पूर्व प्रधानमंत्री,सुप्रीम कोर्ट या हाई कोर्ट जज,राज्यपाल, मुख्यमंत्री, महत्वपूर्ण केंद्रीय मंत्री, प्रमुख नेता, प्रसिद्ध कलाकार,कोई खिलाड़ी,देश का कोई प्रसिद्ध तथा महत्वपूर्ण नागरिक ।

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जेड सुरक्षा
Z Security में कुल 22 सुरक्षाकर्मी होते है, इसमें पांच एनएसजी कमांडो हर समय मौजूद रहते हैं । इनके अलावा आईटीबीपी, सीआरपीएफ कमांडो सुरक्षा में लगाये जाते है । जेड Security में Escorts और पायलट वाहन भी दिए जाते हैं । इसमें दिल्ली पुलिस या स्थानीय पुलिस के सुरक्षाकर्मी भी होते हैं ।
वाई श्रेणी की सुरक्षा
यह सुरक्षा का तीसरा स्तर होता है । कम खतरे वाले लोगों को यह सुरक्षा दी जाती है । इसमें दो श्रेणियां होती हैं, वाई प्लस और वाई, वाई प्‍लस सुरक्षा में 11 सुरक्षाकर्मी शामिल होते हैं । जिसमें दो कमांडो तैनात होते हैं और बाकी पुलिसकर्मी । वहीं वाई सुरक्षा कैटेगरी में 04-08 सुरक्षाकर्मी, 1 से 2 कमांडो के साथ मिलते हैं । कुमार विश्वास को 04 सीआरपीएफ सुरक्षाकर्मियों का कवर मिला है । उनके अलावा बालीवुड अभिनेत्री कंगना रानौत को भी वाई प्लस सेक्युरिटी दी गई थी ।

एक्स क्‍लास सिक्‍योरिटी
इस कैटेगरी में दो सुरक्षा गार्ड तैनात होते हैं, जिसमें एक पीएसओ (व्यक्तिगत सुरक्षा अधिकारी) होता है । देश में काफी लोगों को एक्स श्रेणी की सुरक्षा प्राप्त है । इस सुरक्षा में कोई कमांडो शामिल नहीं होता।
सुरक्षा क्‍लास के कमांडो और जवान
चारों कैटेगरी की सुरक्षाओं के लिए जो पुलिस और कमांडो को चुना जाता है, ये सभी भारत के मुख्य चार सैन्य बलो या बलों से आते हैं ।
1. एसपीजी (Special Protection Group)
2. एनएसजी (National Security Guard)
3. आईटीपीबी (Indo- Tibetan Border Police)
4. सीआरपीएफ (Central Reserve Police Force)
हमारे देश में प्रधानमंत्री की सुरक्षा की जिम्मेदारी स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (SPG) के हाथ में होती है, लेकिन जब प्रधानमंत्री किसी राज्य के दौरे पर होते हैं तो राज्य की पुलिस की भी जिम्मेदारी होती है । पीएम की सुरक्षा का एक दिन का खर्च 1.17 करोड़ रूपए है ।