सावन दूसरे सोमवार को इस शुभ मूहूर्त में करें पूजा, मिलेगी बेशुमार सुख-समृद्धि

सावन के दूसरे सोमवार पर पूजा करने के लिये पूरे दिन में कई शुभ मूहूर्त है, इन मूहूर्त में पूजा करने से विशेष लाभ होता है।

New Delhi, Jul 25 : सावन महीने के सभी सोमवार को व्रत रखने तथा विधि-विधान से पूजा करने का खास महत्व है, सावन सोमवार और उसके साथ बने सोम प्रदोष व्रत का बेहद खास संयोग तो भोलेनाथ को खुश करने का अति उत्तम मौका है, इसके अलावा सावन महीने के दूसरे सोमवार को सर्वार्थ सिद्धि योग, अमृत सिद्धि योग और ध्रुव योग भी बन रहे हैं, इन योग में भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करने का फल कई गुना ज्यादा मिलता है।

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पूजा मूहूर्त
सावन के दूसरे सोमवार पर पूजा करने के लिये पूरे दिन में कई शुभ मूहूर्त है, इन मूहूर्त में पूजा करने से विशेष लाभ होता है।
अभिजीत मूहूर्त- दोपहर 12.00 से 12.55 तक bhole nath
विजय मूहूर्त- दोपहर 2.44 से 3.38 तक
गोधूलि मूहूर्त- शाम 7.03 से 7.27 तक

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अमृत काल- दोपहर 3.10 से 4.58 तक
सर्वार्थ सिद्धि योग- 25 जुलाई 2022 की सुबह 5.38 से 26 जुलाई दोपहर 1.06 बजे तक shiv1
अमृत सिद्धि योग- 25 जुलाई 2022 की सुबह 5.38 से 26 जुलाई की दोपहर 1.06 तक

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सावन सोमवार की पूजा विधि
सावन सोमवार के दिन सुबह जल्दी स्नान कर साफ सुधरे धुले हुए कपड़े पहन ले, हो सके तो सफेद कपड़े पहने, अगर व्रत रख रहे हैं, तो भगवान के सामने हाथ जोड़कर व्रत का संकल्प लें, फिर पूजा की तैयारी करें, अगर घर में पूजा कर रहे हैं, तो जगह को पहले गंगाजल से शुद्ध कर लें, फिर शिवलिंग का गंगाजल, दूध, दही, घी तथा पंचामृत से अभिषेक करें, शिवजी को सफेद चंदन, अक्षत, चीनी, सफेद आंक के फूल, भांग, धतूरा, बेलपत्र, मिठाई, फल आदि अर्पित करें, शिवजी के साथ माता पार्वती की भी पूजा करें, माता को सोलह श्रृंगार अर्पित करें, दीप, धूप करें, हो सके तो महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें, शिव चालीसा का भी पाठ करें, आखिर में शिव आरती जरुर पढें, फिर सभी को प्रसाद बांटे।

(डिस्क्लेमर- यहां दी गई जानकारियां सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है, हम इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं करते हैं।)