गर्मी ने तोड़ा 122 साल का पुराना रिकॉर्ड, 1901 के बाद इतना गर्म महीना

पूरे देश में जुलाई में 327.7 एमएम बारिश हुई, जो लंबी अवधि के औसत से 17 फीसदी ज्यादा है, ये 2001 के बाद दूसरी सबसे ज्यादा बारिश है, इससे पहले 2005 में हुई थी।

New Delhi, Aug 07 : पूर्वी तथा पूर्वोत्तर भारत में जुलाई का महीना पिछले 122 सालों में सबसे गर्म रहा है, इस दौरान इस क्षेत्र में बारिश भी कम रिकॉर्ड की गई, औसतन अधिकतम तापमान 33.75 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से 2.30 डिग्री ज्यादा है, इसके चलते लोगों को गर्मी का सामना करना पड़ा, भारत मौसम विभाग की मासिक जलवायु रिपोर्ट में ये बात कही गई है।

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औसत तापमान
रिपोर्ट के मुताबिक इस क्षेत्र में जुलाई में औसत तापमान 29.57 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से 1.64 डिग्री ज्यादा था, उत्तर-पश्चिम भारत में औसत न्यूनतम तापमान 1901 के बाद तीसरा सबसे ज्यादा था, पिछले महीने उत्तर पश्चिम भारत में न्यूनतम तापमान 23.56 डिग्री के सामान्य तापमान की तुलना में 24.3 डिग्री सेल्सियस था, ऐसे में स्पष्ट होता है कि अच्छी बारिश के बावजूद जुलाई के तापमान में अच्छा-खासा इजाफा देखने को मिला।

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रिकॉर्ड बारिश के बाद गर्मी
आईएमडी की रिपोर्ट के मुताबिक पूर्वी तथा पूर्वोत्तर भारत में जुलाई में ये गर्मी असम तथा मेघालय में जून में हुई 122 सालों में रिकॉर्ड बारिश (858.1 मिलीमीटर) के बाद आई है, दोनों राज्यों में ये बारिश 1966 में दर्ज 789.5 मिलीमीटर के पहले के रिकॉर्ड से कहीं ज्यादा है, जुलाई में जहां औसत अधिकतम तापमान 33.75 डिग्री सेल्सियस था, जो सामान्य से 2.30 डिग्री ज्यादा रहा, इसी तरह औसत न्यूनतम तापमान 25.40 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से 0.99 डिग्री ज्यादा है।

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जुलाई में 17 फीसदी अधिक बारिश
पूरे देश में जुलाई में 327.7 एमएम बारिश हुई, जो लंबी अवधि के औसत से 17 फीसदी ज्यादा है, ये 2001 के बाद दूसरी सबसे ज्यादा बारिश है, इससे पहले 2005 में हुई थी, वहीं दक्षिण प्रायद्वीप में 1901 और 1961 के बाद दूसरी सबसे ज्यादा बारिश है, इसी तरह 1944, 1932, 1942, 1956 और 1901 के बाद से मध्य भारत में पांचवीं सबसे ज्यादा बारिश है, इस दौरान पौड़ी, पठानकोट, श्रीनगर और भीलवाड़ा समेत 12 मौसम विभाग केन्द्रों ने सबसे ज्यादा बरसात रिकॉर्ड की।