स्वामी प्रसाद मौर्य हैं गालीबाज नेता के गॉडफादर? स्टिंग ऑपरेशन से खुली एक और बात

अतुल खुफिया कैमरे पर कहते हैं, कि ये सपा का आदमी है, बसपा का आदमी है, इसकी शुरुआत हुई स्वामी प्रसाद मौर्य से, वो साथ में दहेज में लाये थे, स्वामी प्रसाद मौर्य के घर का आदमी है।

New Delhi, Aug 09 : गालीबाज श्रीकांत त्यागी किस पार्टी का नेता है, इस पर बात हो रही है, बीजेपी ने अपना पल्ला झाड़ लिया है, तो वहीं उसकी तस्वीरें कुछ दूसरी पार्टी के नेताओं के साथ भी सामने आई है, अब एक चैनल के स्टिंग ऑपरेशन में त्यागी को लेकर बीजेपी के विधायक अतुल गर्ग ने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य ही त्यागी को दहेज में लाये थे, उधर स्वामी प्रसाद मौर्य ने त्यागी के साथ अपने संबंधों से इंकार किया है, उन्होने कहा कि वो त्यागी से अकेले नहीं मिले हैं, हालांकि दोनों की कई तस्वीरें सामने आई है, जिनमें दोनों अकेले में मिलते और बातचीत करते दिख रहे हैं।

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एबीपी का स्टिंग
एबीपी न्यूज की ओर से किये गये एक स्टिंग में बीजेपी के विधायक अतुल गर्ग कहते हैं कि त्यागी किसी पार्टी का नेता नहीं है, बल्कि वो सभी दलों के नेताओं के साथ तस्वीरें खिंचवाता है, वो ये भी कहते हैं कि इस बात की जांच होनी चाहिये कि उसे 18 बाउंसर कैसे चलते थे, किस हैसियत से गनर मिले, किसने दिलवाये।

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खुफिया कैमरे पर कही ऐसी बात
अतुल खुफिया कैमरे पर कहते हैं, कि ये सपा का आदमी है, बसपा का आदमी है, इसकी शुरुआत हुई स्वामी प्रसाद मौर्य से, वो साथ में दहेज में लाये थे, स्वामी प्रसाद मौर्य के घर का आदमी है, स्वामी प्रसाद मौर्य से तलाक के बाद दहेज रह गया, मौर्य चला गया, shrikant tyagi अतुल आगे कहते हैं कि स्वामी चले गये, तो इन्होने भी तय किया जाने की फिर रणनीति बनाई कि फरवरी तक इंतजार करते हैं, बीजेपी ना इन्हें अपना मानती है और ना ये बीजेपी को अपना मानते हैं।

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स्वामी प्रसाद मौर्य ने क्या कहा
स्वामी प्रसाद मौर्य से जब चैनल ने अतुल गर्ग के आरोपों पर सफई मांगी, तो उन्होने कहा कि वो पहले से ही बीजेपी में था, 4-5 साल पहले कभी मिला था, लेकिन किसी मंत्री के बिना किसी भेदभाव के साथ सब जाते हैं मिलने के लिये, वो बीजेपी किसान मोर्चे का पदाधिकारी रहा है, swami prasad maruya कई आपराधिक मामलों में वांछित रहा है, मीडिया के जरिये मालूम हुआ कि जमीन घोटाले में भी उसका नाम है, बीजेपी का आदमी नहीं होता तो 4-5 गनर कैसे मिलते, आज जब बीजेपी पर पाप के छींटें पड़ रहे हैं, तो वो किसी और पर भी डालने की कोशिश में है, जब भी मिला होऊंगा तो भीड़ में मिला हूंगा। मैंने तो बीजेपी में उनको शामिल कराया जो बसपा छोड़कर आये थे, वो तो बसपा में नहीं था, उसे कैसे बीजेपी में लेकर जाता।