3 पत्नियां, 10 करोड़ का घर, लैविश लाइफ जीता था देश का सबसे बड़ा कार चोर

दिल्ली पुलिस ने जानकारी दी, कि अनिल चौहान नॉर्थ-ईस्ट राज्यों से आता था, कार चोरी करके फिर चला जाता था, अनिल चौहान 25-30 सहयोगियों की मदद से गंगटोक, असम के कुछ हिस्सों, नेपाल तथा दूसरी स्थानों पर कारों को बेचा करता था।

New Delhi, Sep 07 : देश के सबसे बड़े वाहन चोरों में से एक अनिल चौहान को दिल्ली पुलिस ने 3 महीने से ज्यादा की खोज के बाद सेंट्रल दिल्ली से गिरफ्तार किया है, अनिल चौहान पर 5 हजार से ज्यादा कारें चोरी करने का आरोप है, वो महंगे कपड़े, सोने के चेन और ब्रासलेट के साथ अपनी शानदार जीवनशैली के लिये जाना जाता है।

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पहले भी हो चुका है गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस ने जानकारी दी, कि अनिल चौहान नॉर्थ-ईस्ट राज्यों से आता था, कार चोरी करके फिर चला जाता था, अनिल चौहान 25-30 सहयोगियों की मदद से गंगटोक, असम के कुछ हिस्सों, नेपाल तथा दूसरी स्थानों पर कारों को बेचा करता था, हालांकि उसे पहले भी गिरफ्तार किया जा चुका है, लेकिन पुलिस का कहना है कि उसे ढूंढना आसान काम नहीं था, इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक उसके एक घर की कीमत करीब 10 करोड़ रुपये है।

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महंगी कारों में घूमता था
इंस्पेक्टर संदीप गोदारा की अगुवाई में एक टीम ने सेंट्रल दिल्ली में हाई-एंड एसयूवी और सेडान की चोरी की जांच की, जिसमें अनिल चौहान पर शक गया, एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि उसकी तलाश के लिये टीमों को असम, सिक्किम, नेपाल और दिल्ली-एनसीआर में लगाया गया था, गिरफ्तारी से बचने के लिये वो महंगी कारों में घूमता है, वो खुद को एक बड़ा व्यापारी या फिर सरकारी अधिकारी के रुप में पेश करता था, वो असम सरकार के साथख काम करने वाला एक ठेकेदार था, वहां उसकी मजबूत पकड़ है।

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गैंडे की सीगों की भी करता था तस्करी
पिछले दो दशकों में अनिल चौहान ने ना सिर्फ कारों की चोरी की है, बल्कि गैंडे जैसे दुर्लभ जानवरों का शिकार भी किया है, पुलिस ने कहा कि वो कथित तौर पर अपनी कारों के साथ अवैध हथियारों की तस्करी भी करता है, वो 181 से ज्यादा मामलों में शामिल है, उसे कोर्ट ने भगोड़ा घोषित किया था, ईडी ने उसके 10 करोड़ के विला तथा अन्य संपत्ति को भी जब्त कर लिया है। अधिकारी ने बताया कि वो कभी नहीं रुकता, उसे कई बार गिरफ्तार किया जा चुका है, लेकिन कार चोरी करने के बाद वापस चला जाता है, असम, नेपाल तथा गंगटोक में उनके 3 मुख्य रिसीवर हैं, वो दिल्ली, नोएडा और मेररठ से कारें चुराता है, फिर उसे अपने रिसीवर के पास ले जाता है, पुलिस से बचने के लिये एक या दो महीने में सभी कारें बिक जाती है, अनिल अपने ठिकानों पर वापस जाने के लिये उड़ान भरता है, वो ऐसा दिखाता है कि वो किसी अपराध में शामिल नहीं है।

3 पत्नियां 7 बच्चे
अनिल चौहान की 3 पत्नियां और 7 बच्चे हैं, जो ईडी की छापेमारी और गिरफ्तारी के बाद उसे छोड़कर चले गये थे, पुलिस ने कहा कि दो पत्नियों ने दावा किया कि उन्हें अनिल चौहान की आपराधिक गतिविधियों के बारे में पता नहीं था, उन्हें लगा कि वो एक कार डीलर है।