महागठबंधन में घमासन, पहली बार किसी मंत्री ने नीतीश के साथ किया ऐसा व्यवहार, उठ कर चल दिये
मंत्री सुधाकर सिंह के बाद पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने भी बिहार में भ्रष्टाचार के मुद्दे पर सरकार को घेरा है, उन्होने सुधाकर सिंह की बात का समर्थन करते हुए कहा कि मनरेगा में 10 फीसदी काम होता है, 80 फीसदी लूट है।
New Delhi, Sep 14 : बिहार सरकार में कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने अपने विभाग में करप्शन के मुद्दे को सार्वजनिक तौर पर उठाकर सीएम नीतीश कुमार के लिये मुश्किल खड़ी कर दी है, इतना ही नहीं उन्हें सार्वजनिक बयानबाजी से नीतीश ने जब रोकने की कोशिश की, तो सुधाकर सिंह कैबिनेट की मीटिंग बीच में छोड़कर चल दिये, अब पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने सुधाकर सिंह का खुला समर्थन किया है, जिसके बाद नीतीश करप्शन के मुद्दे पर घिरते दिख रहे हैं।
80 फीसदी तक मची है लूट
मंत्री सुधाकर सिंह के बाद पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने भी बिहार में भ्रष्टाचार के मुद्दे पर सरकार को घेरा है, उन्होने सुधाकर सिंह की बात का समर्थन करते हुए कहा कि मनरेगा में 10 फीसदी काम होता है, 80 फीसदी लूट है, सुधाकर सिंह ने जो अपनी भावना व्यक्त की है, वो सही है, बिहार सरकार और सीएम नीतीश कुमार को इस मामले में जल्द कार्रवाई करनी चाहिये, जिसके भ्रष्टाचार को रोका जा सके।
विभाग में सब चोर-मंत्री
आपको बता दें कि मंत्री सुधाकर सिंह ने अपने ही विभाग में फैले भ्रष्टाचार पर खुलकर बोला था, बोलते-बोलते वो यहां तक बोल गये कि उनके विभाग में सभी अधिकारी चोर है, और वो चोरों के सरदार हैं, अपनी ही सरकार पर मंत्री की ऐसी टिप्पणी से नीतीश सरकार की किरकिरी हो रही है, पहले लगा कि सुधाकर सिंह अपने बयान से पलट जाएंगे, या फिर गोल-मोल जवाब देंगे, लेकिन सुधाकर सिंह ने मंगलवार को साफ कहा कि वो अपने बयान पर कायम हैं।
समझाने पर दांव पड़ा उल्टा
मंगलवार को नीतीश कैबिनेट की मीटिंग थी, मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक कैबिनेट मीटिंग में नीतीश ने सुधाकर सिंह को समझाने की कोशिश की, उन्होने कहा कि बयान देने से पहले जांच करा लेते, आप नहीं कराते तो हम अपने स्तर पर करा देते, इतना सुनना था कि सुधाकर सिंह कैबिनेट मीटिंग छोड़कर चल दिये, डिप्टी सीएम तेजस्वी के साथ अन्य सभी मंत्री अवाक रह गये।